नमस्कार दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में १३ विदेशी और ७ भारतीय डॉग नस्ल की जानकरी प्राप्त करनेवाले है. ये वो चुनिंदा नस्लें है, जिनकी लोकप्रियता हर साल बढती जा रही है. इन सबके आलावा हम और ४६६ विविध डॉग नस्ल के नाम और उनके जन्म स्थान भी देखनेवाले है. तो चलिए दोस्तों पढते है Breeds of dogs in Hindi.
२० लोकप्रिय डॉग की प्रजातियाँ जिन्हें हर कोई पालना चाहता है | Breeds of dogs in Hindi

1) डाक्सहूण्ड (Dachshund)
इस डॉग नस्ल का विकास जर्मनी में 16 वीं शताब्दी के दौरान हुआ था. डाक्सहूण्ड दिखने में बहुत ही आकर्षक और स्वभाव से काफी चंचल होते है, जिस वजह से ये अपने मालिक के साथ मनमानी करने की कोशिश कर सकते है.
इस नस्ल के कुत्तों के पास गहरी बुधिमत्ता होती है, जिसकी बदौलत से ये निरीक्षण से ही बहुत कुछ सीख जाते हैं. डाक्सहूण्ड को सबके आकर्षण का केंद्र बनना अच्छा लगता है. जिन परिवारों में उम्र में अधिक बड़े बच्चे होते है,
उस घर में यह डॉग ब्रीड पालने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इन्हें पालने के लिए ज्यादा समझदारी से काम लेना होता है. डाक्सहूण्ड स्वभाव से ही अपने परिवार के प्रति पूरी तरह से समर्पित होता है.
इसीलिये अपने घर में अजनबी के दीखते ही ये खूब शोर मचाते है. डाक्सहूण्ड को हप्ते में कमसे कम एक बार बालों को ब्रशिंग करने की आवश्यकता होती है और स्वस्थ रहने के लिए कभी-कभी इन्हें अपने साथ घर से बाहर टहलाने ले जाना पडता है.
नहीं तो ये जल्द ही मोटापे का शिकार हो सकते है. इस नस्ल के कुत्ते बिल्डिंग अपार्टमेंट और छोटे घरों में भी काफी सुकून से रहते है. इनकी आयु लगभग 12 से 14 साल तक की होती है.
Dachshund को अपने परिवार का सदस्य बनाने के लिए, आपको 7000 से 9000 रूपये खर्च करने पड़ सकते है और यदि आप चाहे तो इस नस्ल के डॉग को गोद (adopt) भी ले सकते है और वो भी मुफ्त में, इसके संबंधित वेबसाइट की लिंक इस लेख में आगे दी गई है.

2) बॉर्डर कोल्ली (Border Collie)
बॉर्डर कोल्ली नस्ल का जन्म स्थान एंग्लो स्कॉटिश बॉर्डर है. इस नस्ल को मुख्य रूप से पशुधन यानिकी, फार्म हाउस के जानवरों की रखवाली के लिए विकसित किया गया था.
और उम्मीद के मुताबिक बॉर्डर कोल्ली अपने काम में माहिर निकले. ये नस्ल उर्जावान और बेहद फुर्तीली होती है. शुरुवात में इसको ज्यादातर वही लोग पालना पसंद करते थे, जिनके पास फार्म हाउस होते थे पर समय के साथ-साथ इस प्रजाति को टेलीविजन के माध्यम से प्रसिद्धी मिलती गई और बॉर्डर कोल्ली ने अपार्टमेंट वाले घरों में भी अपनी जगह बनाली.
बॉर्डर कोल्ली अपनी आज्ञाकारिता के लिए जाने जाते है, अपने मालिक के आदेशों को स्वीकारना और उनका पालन करना तो जैसे इनके खून में होता है. इस डॉग नस्ल को खेलना कूदना और खास करके दौड़ना बहुत पसंद होता है.
इसलिए इसे एक एथलेटिक डॉग भी कहा जाता है. अगर आप भी बॉर्डर कोल्ली को पालने की इच्छा रखते है. तो एक बात का ध्यान में रखे इसे रोजाना 1 से 2 घंटे घर से बाहर घुमाने लेजाना और इनके साथ समय बिताना बहुत ही जरुरी होता है.
क्योंकि ऐसा नहीं करने पर यह तनाव में आजाते है और यह घर की चीजे जैसे चप्पल, सोफा और वायर इत्यादि को चबा सकते है. साफ साफ शब्दों में कहूं तो घर में बैठे रहने वाले लोगो के लिए, यह डॉग नस्ल एक सही चॉइस नहीं है.
यह आपके बच्चों के साथ मस्ती करने के लिए और घर की रखवाली के लिए भी एक अच्छी पसंद है. बॉर्डर कोल्ली के लंबे होते है, इसलिए इन्हें हप्ते में एक या दो बार इनके बालों को ब्रशिंग करने की आवश्कता पडती है.
इस डॉग नस्ल की आयु सीमा 12 से 15 साल तक होती है, यह बात भी जरुर ध्यान में रखे की हर पालतू कुत्ते की आयु उसके मालिक के रखरखाव पर भी निर्भर करती है.
बॉर्डर कोल्ली को अपने घर का हिस्सा बनाने के लिए, आपको 20,000 से 40,000 रूपये खर्च करने पड सकते है, और इस नस्ल के डॉग को भी आप गोद ले सकते है.

3) इंग्लिश कॉकर स्पेनियल प्रजाति (English Cocker Spaniel)
इस नस्ल के डॉग का मूल जन्म स्थान इंग्लंड है. इनकी खूबसूरती और चतुर स्वभाव की वजह से दुनियाभर में इनके चाहनेवाले बढ रहे है.
स्वभाव से ही इस नस्ल डॉग इंसानों से जल्दी घुल मिल जाते है. यह काफी बुद्धिमान और सतर्क होते है, अपने परिवार में जो इन्हें खाना खिलाते हैऔर इनका खयाल रखते है उस इंसान के प्रति इनका लगाव ज्यादा दिखाई देता है.
इंग्लिश कॉकर स्पेनियल काफी खुशमिजाज किस्म के होते है, इन्हें हर वक्त किसी ना किसी का साथ चाहिए होता है. ये अकेले एक कोने बैठे रहना बिलकुल पसंद नहीं करते.
जिन परिवारों में छोटे बच्चे होते है, उनके साथ खेलने के लिए यह डॉग नस्ल एक बढ़िया विकल्प है, क्योंकि बच्चों के साथ खेलना और उधम मचाना इन्हें बहुत पसंद होता है.
आप एक बात का ध्यान जरुर रखे यह प्रजाति ज्यादा ऊँची स्वरों वाली आवाजो से परेशान हो जाती है, इसलिए इन्हें शोर शराबे वाली जगह से दूर रखे.
इंग्लिश कॉकर स्पेनियल की आयु मर्यादा 11 से 12 साल की होती है. अगर आप इस डॉग को अपना बनाना चाहते है, तो आपको 6,000 से 15,000 रुपए खर्च करने पैड सकते है.

4) बुल टेरियर प्रजाति (Bull Terrier)
इस नस्ल को 19 वी शताब्दी में जेम्स हिंक्स नामक एक व्यक्ति ने विकसित किया था, अंडे के आकार का सिर, त्रिकोण आंखें और एक मजबूत शरीर की वजह से, यह डॉग की सभी नस्लों में अपनी एक अलग पहचान बना चूका है.
यह बात भी आप जान ले की बुल टेरियर एक प्यारा पालतू कुत्ता है, कोई फाइटर या आक्रामक नस्ल नहीं है. ये अपने परिवार के साथ बडेही स्नेह के साथ रहते है.
बुल टेरियर स्वभाव से थोड़े चचंल और मनमानी करने वाले होते है, इसलिए इन्हें अधिक समय तक खाली बैठना और अकेले रहना बिलकुल भी पसंद नहीं होता. बल्कि इन्हें हर वक्त खेलते रहना और उधम मचाना बहुत ज्यादा पसंद है.
आप अपने घर की सुरक्षा का भार इन्हें आसानी से सौंप सकते है, क्योंकि बुल टेरियर एक बेहतर Watch dog भी है. अपने परिवार के सदस्य के आलावा किस अंजन व्यक्ति के मौजूदगी महसूस होने पर यह सतर्क हो जाते है.
बुल टेरियर पालने से पहले एक बात का याद रखे, इस नस्ल के डॉग को स्वस्थ रखने के लिए, इन्हें रोजाना कसरत की आवश्कता होती है, इसलिए इन्हें अपने साथ बाहर खेलने या लंबी दुरी तक टहलने जरूर ले जाये.
बुल टेरियर की उम्र 12 से 13 साल तक होती है, इंडिया में इस नस्ल के कुत्ते 35000 से 45000 की कीमत में मिल सकते है.

5) चिहुआहुआ (Chihuahua)
चिहुआहुआ की मूल उत्पति कहा हुई?. इसके विषय में कोई ठोस साबुत आजतक प्राप्त नहीं हुआ है, पर कुछ इतिहासकारों की मान्यता अनुसार इस डॉग नस्ल का जन्मस्थान मेक्सिको माना जाता है.
आकार में छोटा और सुंदर होने की वजह से यह कई डॉग प्रेमियों के पहली पसंद बनचूका है. विशेष रूप से महिलाएं चिहुआहुआ को ज्यादा पसंद करती है.
चिहुआहुआ का स्वभाव इसके मालिक ने इसे किस तरह पाला है, इसपर निर्भर करता है और इसबात से भी इंकार नहीं किया जा सकता की चिहुआहुआ पर पलनेवाले के स्वभाव का असर रहता है.
चिहुआहुआ अपनी नस्ल के साथ रहना ज्यादा पसंद करता है, पर अगर आप इसे अच्छी तालीम दी जाये और इसका सामाजीकरण ठीक से करे, तो यह एक अच्छा साथी बन सकता है.
चिहुआहुआ की आयु सीमा दुसरे कुत्तो के मुकाबले अधिक होती है. यह लगभग 10 से 17 वर्षों तक जीवित रह सकता है.
अगर आप इसे अपने घर का हिस्सा बना रहे है, या बना चुके है तो एक बात आवश्य ध्यान में रखे. चिहुआहुआ को जरूरत से अधिक खिलते रहने से इसके स्वास्थ पर बुरा असर हो सकता है, यह मधुमेह जैसी बीमारी से भी पीड़ित हो सकते है.
इस डॉग ब्रीड को अपने घर का नया सदस्य बनाने के लिए, आपको चिहुआहुआ पप्पी के 10000 रूपये और बडे चिहुआहुआ के लिए 15000 से 20000 रूपये खर्च करने पड सकते है.

6) पोमेरेनियन (Pomeranian)
इस डॉग नस्ल को अक्सर पॉमेरियन और पामोलियन कहा जाता है. हालाकिं, ये गलत उच्चारण है इसका सही नाम “पोमेरेनियन” है. पोमेरेनियन को जर्मन स्पिट्ज का वंशज माना जाता है.
इसकी उत्पति का मूल जर्मनी को दर्शाया गया है, इस नस्ल के दुनियाभर में मशहुर करने का सबसे अधिक श्रेय महारानी विक्टोरिया को जाता है, क्योंकि 18 वीं शताब्दी में रानी विक्टोरिया के पास Turi नामा का पोमेरेनियन था.
जिसे वह बहुत प्यार करती थी, इसी कारणवश यह नस्ल पूरी दुनियाभर में लोकप्रिय हो गई है. पोमेरेनियन नस्ल के डॉग का मूल स्वभाव दोस्ताना होता है. यह अपने मालिक और परिवार के साथ बहुत जल्दी घुल मिल जाते है और हर वक्त उनके आस पास ही रहना पसंद करते है.
पोमेरेनियन को अच्छी तरह प्रशिक्षित किये जानेपर ये आज्ञाधारक बन सकते है, अन्यथा ये नस्ल अपनी मन मानी करने से भी पीछे नहीं हटते.
इन्हें ठंडा वातावरण अधिक प्रिय होता है, शायद आप ने भी कभी ना कभी को टाइल वाली ठंडी फर्श पर आराम से लेटा हुआ देखा ही होगा.
स्वाभाव से पोमेरेनियन काफी बुद्धिमान और सतर्क होते है, घर के बाहर या अन्दर कोई संदिग्ध आवाज होने पर. यह तुरंत भोंकना शुरू कर दते है और तब तक नहीं रुकते जब तक इन्हें उस आवाज का कारण पता नहीं चलता.
पोमेरेनियन अपने मालिक की सुरक्षा हेतु आक्रामक भी हो सकते है. यह डॉग नस्ल विशेषता अपार्टमेंट में रहनेवाले परिवारों के लिए बहुत उपयुक्त है.
पोमेरेनियन की आयु 12 से 16 साल तक की होती है और इसको अपने परिवार का नया सदस्य बनाने के लिए, आपको 5000 से 15,000/- तक कीमत अदा करनी पड सकती है.

7) दलमतियन (Dalmatian)
इस प्रजाति को “Vero Shaw” नामक व्यक्ति ने 1882 इंग्लंड में विकसित किया था. दलमतियन डॉग ब्रीड का जन्म मुख्यता coach dog काम लिए हुआ था.
इनकी उपयोगिता की बात करे, तो शुरुवात में यह डॉग शिकार और सुरक्षा के काम करता था. साथही साथ पुराने जमाने की अग्निशामक गाड़ियों को और आमिर व्यापरियों के घोड़ो को राह दिखने के काम में उपयोगी था. (राह दिखाने का अर्थ दलमतियन उनके आगे आगे दौड़ता था)
अब इस डॉग नस्ल को विश्वस्तर पर मान्यता मिल चुकी है. दलमतियन कई हॉलीवुड मूवी का लीड एक्टर भी रह चूका है.
इसे खुश और तंदुरुस्त रखने के लिए कसरत की आवश्यकता होती है, इसे दौड़ना कलाबाजी करना बहुत ही पसंद होता है. अगर आप इस डॉग को पालने की सोच रहे है, तो आपको इसे रोज समय देना होगा और अगर आपके परिवार में छोटे बच्चे है. तो उनके साथ खेल कूद और मनोरंजन के लिए, दलमतियन एक बहुत ही बढ़िया विकल्प है.
इस नस्ल को कलाबाजी और मनोरंजन के लिए सर्कस में भी इस्तेमाल किया जाता है, यदि आप चाहे तो कुछ खास ट्रिक और कलाबाजी का प्रशिक्षण देकर, अपने दलमतियन को किसी प्रतियोगिता के लिए भी तैयार कर सकते है.
घर परिवार की सुरक्षा के लिये भी इस डॉग पर आप भरोसा कर सकते है, क्योंकि ये काफी अच्छे watch dog भी होते है.
इस डॉग की आयुसीमा 15 से 16 साल हैं और एक अच्छी नस्ल का दलमतियन पप्पी खरीदने के लिए, आपको 20000 से 30000 तक रूपये खर्च करने पड सकते है.

8) अलास्कन मलामुट प्रजाति (Alaskan Malamute)
इस डॉग नस्ल की उत्पति यूनाइटेड स्टेट्स अलास्का में हुई थी, शुरुवाती दौर में अलास्कन मलामुट बर्फीले इलाको में गाडी खीचने के लिए इस्तेमाल किये जाते थे.
अलास्कन मलामुट को उत्तम दर्जे का शिकारी होने का सम्मान भी प्राप्त है, क्योंकि ये जंगल के छोटे जानवरों के अलावा एक वयस्क भालू का भी शिकार कर सकते है. वक्त बदलने के साथ-साथ अब इस डॉग नस्ल ने जंगल इलाके छोडकर लोगों के घरों में अपना एक विशेष स्थान प्राप्त कर लिया है.
अलास्कन मलामुट शुरवात से ही मानव प्रेमी रही है. आमतौर पर यह एक शांत स्वभाव का कुत्ता है और ये भौंकता भी कम है. पर इसकी क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए इसे घर की सुरक्षा के लिए भी पाला जाता है.
अगर आप इस प्यारे डॉग को पालने की सोच रहे है, तो यह बात भी ध्यान में जरुर रखे की अलास्कन मलामुट को सक्रीय और स्वस्थ रखने के लिए, आपको इन्हें रोज समय देना होगा अर्थात पार्क में इनके साथ कोई गेम खेलना. याफिर लंबी दूर तक जॉगिंग के लिए ले जाना होगा.
अलास्कन मलामुट की आयुसीमा 16 साल तक होती है और इसे अपने परिवार का हिस्सा बनाने के लिए आपको 65,000 से 85,000 रुपए खर्च करने पड सकते है.

विविध नस्ल के कुत्ते बेचनेवाली वेबसाइट –> DOGS INDIA
9) डोबर्मन पिंसर (Dobermann)
इस डॉग नस्ल को कार्ल फ्रेडरिक नामक वक्ती ने 1890 में जर्मनी में विकसित किया था. डोबर्मन को एक उत्कृष्ट रक्षक कुत्ते के रूप में ज्यादा पहचान मिली है. जिस वजह से इन्हें पुलिस और मिलिट्री में इस्तेमाल किया जाता है.
लेकिन अब यह डॉग नस्ल आम परिवारों का भी हिस्सा बनचुकी है. डोबर्मन पिंसर दुनियाभर में 16 वीं सबसे लोकप्रिय डॉग नस्ल हैं.
यह एक बुद्धिमान, सतर्क और दृढ़ निष्ठावान साथी है और अपने मालिक का सन्मान करना, उनके आदेशों का पालन करना आसानी से सिख जाते है. इन्हें पालने से पहले ध्यान में रखे की डोबर्मन बाहरी अजनबी और दुसरे कुत्तो के प्रति ज्यादा आक्रामक होते है.
परंतु बचपन से ही अगर इनके सामाजीकरण और तालीम पर ध्यान दिया जाये, तो यह आपके लिए सबसे बेहतरीन साथी और रक्षक साबित हो सकता है.
डोबर्मन पिंसर ऊर्जावान और चंचल स्वभाव के होते है, इसलिए हमेशा कार्यरत रहना इनका स्वभाव होता है.
जिनके पास कोई फार्म हाउस है, उन्हें इस बेहतरीन डोबर्मन पिंसर को जरुर पालना चाहिए. इसकी आयुसीमा 9 से 12 साल तक होती है और इस रक्षक प्रजाति को अपने परिवार का साथी बनाने के लिए. आपको 18,000 से 20,000 रुपये खर्च करने पड सकते है.

10) साइबेरियन हस्की (Siberian Husky)
इस नस्ल के डॉग का जन्म ३००० साल पहले सायबेरिया में हुआ था और इसका श्रेय Chukchi नामकी जनजाति के लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने इसकी ब्रीडिंग करई थी.
साइबेरियन हस्की को बर्फ में गाडी खींचने और शिकार के लिए विकसित किया था. इस नस्ल के पास बिना थके दूर तक दौड़ने की अदभुत क्षमता होती है.
अब यह मेहनती कुत्ता बहुत से घरों में शान से पाला जा रहा है. साइबेरियन हस्की एक बेहद बुदिमान और इंसानी भाषा को गौर से सुनने और समजने वाला कुत्ता होता है.
इस नस्ल के डॉग को इंसान और दूसरी प्रजाति के कुत्तो के साथ एक होने के लिए, बचपन से ही प्रशिक्षण की सक्त आवश्कता होती है, क्योंकि बिना अनुशासन के साइबेरियन हस्की अडियल और जिद्दी स्वभाव के बन जाते है और यह एक खतरनाक बात साबित हो सकती है. हस्की को बर्फीली जगह पर काम करने के लिए बनाया गया था. इसलिए इनको स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने के लिए, रोजाना मैदानी कसरत की जरुरत होती है. बिना कसरत के यह मोटापे का शिकार हो सकता है.
इसके मीडियम लम्बे बालों को हप्ते में कमसे कम दो बार देखभाल की जरुरत होती है. मुख्य रूप से आप एक बात को जरुर ध्यान में रखे, यह डॉग नस्ल सायबेरिया जैसे ठंडे प्रदेश में जिंदा रहने के लिए बनी है.
जिस वजह से अच्छी सेहत के लिए, साइबेरियन हस्की को ठंडे वातावरण की आवश्यकता होती है. सिर्फ अपना शौक पूरा करने के लिए इस प्यारे जिव को गर्म जगहों पर ना पाले.
साइबेरियन हस्की की आयुसीमा 12 से 14 साल होती है और भारत में साइबेरियन हस्की पिल्ले की कीमत 60,000 से 80,000 रूपये तक हो सकती है.

11) बॉक्सर प्रजाति (Boxer)
इस नस्ल का जन्म १८०० दशक के अंत में हुआ था. बॉक्सर डॉग का जन्म विलुप्त बुलेनबीसर डॉग और ग्रेट ब्रिटेन बुलडॉग की क्रॉस ब्रीडिंग से हुआ है.
यह नस्ल अपने पीछे वाले पैरों पर खड़े होकर, आगेवाले पैरो से अपने दुश्मन पर हमला करता है. इसी कारण इस नस्ल को बॉक्सर नाम से संबोधित किया जाता है.
बॉक्सर स्वभाव से कोई आक्रामक नस्ल नहीं है, बल्कि इनका व्यवहार तो बहुतही मिलनसार और मित्रतापूर्ण होता है. इसी वजह से बॉक्सर को लोग अपने परिवार का हिस्सा बनाना पसंद कर रहे है.
इस बेहद ताकतवर डॉग का स्वभाव चंचल होता है, इसलिए इन्हें बचपन से ही कडे प्रशिक्षण की जरुरत होती है. इनका व्यवहार घर के छोटे बच्चों के प्रति बहुत स्नेहपूर्ण होता है.
यह अपने परिवार और घर की रखवाली भी बड़े ध्यान से करते है. सभी नस्ल के डॉग्स की तरह बॉक्सर को भी बच्चपन से ही समाजीकरण की आवश्यकता होती है.
इस डॉग प्रजाति की तेज बुद्धिमता को ध्यान में रखते हुए, पुलिस दल और अंधे व्यक्ति की सहायता जैसे जिम्मेदारी वाले काम में बॉक्सर का इस्तेमाल किया जाता है.
बॉक्सर डॉग की आयु 9 से 15 साल तक होती है और इस नस्ल के डॉग को अपनाने के लिए भारत में आपको 10000 से लेकर 50000 हजार रुपये अदा करने होंगे.

12) ग्रेट डेन (Great Dane)
इस डॉग की नस्ल का जन्म 16 वी शताब्दी के मध्यकाल में जर्मनी में हुआ था. ग्रेट डेन को सभी डॉग प्रजातियों का Apollo कहा जाता है.
अपोलो का अर्थ होता है, “ग्रीक के सूर्य देवता”. इसके शांत स्वभाव और अच्छे बर्ताव के लिए इसे Gentle Giant इस नाम से भी सम्मानित किया गया है.
ग्रेट डेन को विश्व मे सबसे ऊँचा और विशाल कुत्ता होने का किताब भी प्राप्त है. यह कुत्ता विशाल होकर भी इसका स्वाभाव काफी दोस्ताना और शांत होता है.
विशेष रूप से ग्रेट डेन बच्चों के साथ बड़ी तहजीब से पेश आते है. इस नस्ल पूरी दुनिया में बड़े शौक से पाला जाता है. अन्य डॉग नस्ल की तरह ग्रेट डेन को भी रोज टहलने की आवश्कता होती है. पर हां एक बात जरुर ध्यान में रखे. इसे ज्यादा कसरत न करवाए.
मुख्यता जब ग्रेट डेन पप्पी बड़ा हो रहा होते है, उस वक्त इसका ज्यादा ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इन्हें जोड़ों और हड्डियों से संबधित समस्या होने का खतरा बना रहता है.
ग्रेट डेन कभी भी अपनी विशाल ताकत का प्रदर्शन नहीं करते, ये अक्सर शांत ही रहते है. लेकिन अपने मालिक और घर की सुरक्षा करना ग्रेट डेन बहुत अच्छे तरीके करते है.
अगर आप इस डॉग प्रजाति को पालने की सोच रहे है, तो यह एक काफी अच्छा विचार है, लेकिन हाँ इस पालते वक्त इसकी तालीम और समाजीकरण का ध्यान जरुर रखे.
ग्रेट डेन की उम्र सिर्फ 8 से 10 साल होती है और इसे अपने घर का हिस्सा बनाने के लिए आपको 30000 से 50000 हजार यह कीमत अदा करनी होगी.

13) जर्मन शेफर्ड (German Shepherd)
इस डॉग नस्ल को साल 1899 जर्मनी में विकसित किया गया था. जर्मन शेफर्ड एक कामकाजी कुत्ते की नस्ल है, जिसे मुख्यता गड़रियो की भेड़ बकरियों का ध्यान रखने के लिए विकसित किया गया है.
इसकी सूज बुझ,आदेश पालन करने की खूबी, सूंघने की अद्वितीय क्षमता और बहुत से गुणों के कारण इस नस्ल को मिलिटरी, पुलिस, प्राइवेट डिटेक्टिव और बहुत से रक्षक दलों में विशेष स्थान दिया जाता है.
जर्मन शेफर्ड दुनिया में सबसे अधिक अपनाई जाने वाली डॉग नस्ल है. यह एक बेहतर पहरेदार और रक्षक होते है, इसलिए इसे गाँव से लेकर बड़े शहरों के हाई प्रोफाइल अपार्टमेंट में भी पाला जाता है.
जर्मन शेफर्ड की ख़ूबी और बड़े कारनामो के कारण इनके उपर बहुत सी किताबे भी लिखी जा चुकी है.
इस नस्ल के कुत्ते अपने परिवार के प्रति वफादार होते है और अपने मालिक के घर की सुरक्षा बड़े ध्यान से करता है. बच्चों के साथ भी इनका व्यवहार सौम्य रहता है.
जर्मन शेफर्ड के नित्य अभ्यास और सामाजीकरण पर ध्यान देने से, यह आपके लिए एक बेहतर साथी साबित हो सकते है. इस नस्ल की आयुसीमा 9 से 13 साल तक होती है और एक जर्मन शेफर्ड पिल्ले की कीमत 20000 से 40000 तक होती है.
डॉग ब्रीड्स बेचनेवाली वेबसाइट –> MY DOG
भारत की ७ लोकप्रिय डॉग नस्ल | Breeds of dogs in Hindi

14) रामपुर ग्रेहाउंड (Rampur Greyhound)
यह भारत में विकसित कि गई डॉग नस्ल है. रामपुर ग्रेहाउंड को बीसवी शताब्दी की शुरुवात में नवाब अहमद अली खान ने अफगान हाउंड और इंग्लिश ग्रेहाउंड की क्रॉस ब्रीडिंग द्वारा विकसित किया था.
रामपुर ग्रेहाउंड के निर्माण का मुख्य उद्देश्य शिकार के लिए नयी और उन्नत कुत्ते की नस्ल बनाना था, और उम्मीद के मुताबिक ये एक बेहतर शिकारी साबित हुए भी.
यह डॉग अपने मालिक और परिवार के प्रति समर्पित होते है. रामपुर ग्रेहाउंड का व्यवहार छोटे बच्चों के प्रति बहुत कोमल होता है.
अन्य विदेशी डॉग नस्ल की तरह रामपुर ग्रेहाउंड को पालने में अधिक खर्चा नही करना पड़ता. यह किसी भी अपार्टमेंट या छोटे घर में आराम से रह सकते है और फार्म हाउस के लिए तो यह एक बेहतर पहरेदार होते है.
रामपुर ग्रेहाउंड निडर और साहसी होते है. जरूरत पढने पर अपने मालिक के लिए, यह किसी भी मुसीबत का सामना कर सकते है.
इस डॉग की नस्ल की उम्र 9 से 15 साल होती है और इस भारतीय डॉग नस्ल को अपने घर या फार्म हाउस का हिस्सा बनाने के लिए, आपको 2000 से 12000 खर्च करने की पड सकते है.

15) कुमाऊं मास्टिफ प्रजाति (Kumaon Mastiff)
यह भारत में पायी जानेवाली बेहद दुर्लभ कुत्तों की नस्ल है. जिसे हिमालय पहाड़ी में रहनेवाले कुमाऊं जनजति के लोगो द्वरा विकसित किया गया था. हालाँकि, एक लोक धारणा यह भी है की इस कुमाऊं मास्टिफ नस्ल को 300 ई० पूर्व विश्व विजेता महान सिकंदर ने भारत में लाया था. कुछ विशेष मूल्यांकन के अनुसार पुरे भारत में कुल 200 के करीब ही कुमाऊं मास्टिफ शेष है.
आप अगर इस दुर्लभ नस्ल को पालने की सोच रहे है, तो इसकी खोज में आपको बहुत मेहनत करनी पड सकती है. क्योंकि यह दुर्लभ डॉग नस्ल आसानी से नहीं प्राप्त होनेवाली.
कुमाऊं मास्टिफ जन्मजात साहसी वृत्ती के होते है. पहाड़ी इलाखो में यह नस्ल अपने मालिक, खेत और पशुधन की सुरक्षा हेतु भेड़िया और तेंदुए जैसे हिंसक पशुओं से भी भीड़ जाते है.
इस डॉग प्रजाति को पालने के लिए, अनुभव की आवश्यकता होती है, इसलिए कुमाऊं मास्टिफ को अपना सबसे पहला डॉग नहीं बनाये. यह नस्ल भी दुसरे कुत्तों की तरह अपने परिवार और समाज के साथ जल्दी ही घुल मिल जाता है.
लेकिन इस बात याद रखे की कुमाऊं मास्टिफ को ट्रेनिंग और समाजीकरण की सक्त जरुरत होती है, क्योंकि यह थोड़े गुस्सैल स्वभाव के होते है.
कुमाऊं मास्टिफ का जीवनकाल 10 से 12 वर्षों का होता है. कुछ डॉग ब्रीडर कुमाऊं मास्टिफ नस्ल के लिए 40,000 और कभी कभी 60000 रूपये तक की मांग करते है.

16) बखरवाल डॉग (Bakharwal dog)
इस नस्ल का जन्म स्थान भारतीय उपमहाद्वीप (जम्मू और कश्मीर) है. गुर्जर और बेकरवाल जनजाती के लोगों ने अपनी भेड़, बकरिया और मवेशियों के संरक्षण के लिए इस डॉग नस्ल को विकसित किया है.
यह मध्यम आकार का और मजबूत हड्डियों वाला कुत्ता है, जो दिखने में शानदार होता है. इसका आहार भी शाकाहारी और सादा होता है.
जैसे की चावल या मक्का से बनी रोटी और दूध. जिनके पास फार्म हाउस और खेत है. उनके लिए बखरवाल डॉग अधिक उपयुक्त है. क्योंकि सुरक्षा के लिहाज से यह एक उच्च दर्जे का पहरेदार है.
इस डॉग को अपार्टमेन्ट और छोटे घर मे भी पाल सकते है. ये अपने परिवार के साथ बड़े प्यार से घुल मिलजाते है.
इस डॉग नस्ल का जीवन कल 10 से 12 साल का होता है और इसे अपने घर का सदस्य बनाने के लिए 25000 से 35000 रुपए तक खर्च करने पड सकते है.

17) गद्दी कुत्ता (Gaddi kutta)
इस डॉग नस्ल का मूल जन्म स्थान Northern India है. गद्दी कुत्ता को इंडियन लेपोर्ड हाउंड और हिमालयन शीप डॉग भी कहा जाता है.
यह डॉग आज भी दुर्गम स्थानों पर भेड़, बकरी और मवेशियों की रखवाली कर रहा है. गद्दी कुत्ता नस्ल गड़रियों (पशुधन का संगोपन करनेवाले लोग) के लिए कुदरत का एक वरदान साबित हुई है.
विकट परिस्थिति में गद्दी कुत्ता गड़रियों और उनके पशुधन के लिए हिम तेंदुआ जैसे चलाख और हिंसक प्राणी से भी भीड़ जाते है. शरीर से बलवान होने के बावजूद भी इस नस्ल में मित्रता की भावना कायम है.
यह परिवार, बाहरी समाज और दूसरी प्रजाति के कुत्तो के साथ अदब से रहते है, लेकिन दुसरे कुत्तो की तरह इन्हें भी बचपन से अनुशासन और सामाजीकरण की आवश्यकता पडती है.
यह डॉग नस्ल हिमालय जैसी दुर्गम विभाग में जीवित रहने के लिए बनी है. और इसकी शारीरिक क्षमता बरकरार रखने के लिए इसे नित्य व्यायाम की जरुरत होती है.
यह नस्ल अपार्टमेंट लाइफ और ज्यादा गर्म वातावरण वाले क्षत्रों के लिए उपयुक्त नहीं है. लेकिन बहुतसे डॉग लवर इन्हें अपने फार्म हाउस के लिए पालना पसदं कर रहे है. जो की एक बढ़िया निर्णय है.
इसके बड़े बालो को देखभाल की भी जरूरत होती है. गद्दी कुत्ता का जीवनकाल 10 से 12 साल होता है और इस डॉग को अपने परिवार का सदस्य बनाने के लिए. आपको 15000 से 20000 तक की कीमत चुकानी पड सकती है.

18) राजपालयम (Rajapalayam dog)
इस डॉग की नस्ल का विकास भारत के तमिलनाडु में हुआ था और तमिलनाडु में स्तिथ राजापलयम शहर के नाम पर ही इसका नामकरण किया गया है.
राजपालयम दिखने में काफी सुंदर होते है, विशेषता इनकी आंखे गोल्डन, ग्रीन या ब्राउन कलर की भी होती है, जो इनकी खूबसूरती में चार चाँद लगती है.
इस नस्ल को पॉलीगर हाउंड और इंडियन घोस्ट हाउंड के नाम से भी पहचाना जाता है. एक समय में दक्षिण भारत के राजाओं के शिकार अभियान में राजपालयम सबसे आगे रहता था.
यह अपने दम पर अकेले शिकार करने का भी साहस रखते है और समय आने पर अपने स्वामी के लिए लड़ते हुए, प्राण देने से भी पीछे नहीं हटते. राजपालयम आपके परिवार और घर की सुरक्षा के लिए भी एक बेहतर सुझाव हो सकते है.
यह छोटे बच्चों के साथ भी अच्छी तरह घुल मिल जाते है. सबसे महत्वपूर्ण बात इस डॉग नस्ल को पालने में विदेशी कुत्तो की तरह हजारो लाखो का खर्च नहीं करना पड़ता.
राजपालयम नस्ल की खूबियों से भारत सरकार भी परिचित है, इसलिए 9 जनवरी 2009 को भारतीय डाक सेवा ने भारत के ही चार डॉग नस्लों के डाक टिकट (स्टैंप) इशू किये थे.
हिमालयन शीपडॉग, रामपुर हाउंड, मुधोल हाउंड और राजपालयम. जिनमे सिर्फ राजपलयम डाक टिकट स्टैंप 15 रुपए का था. और बाकि 3 नस्ल के स्टैंप सिर्फ 5 (प्रति) रूपये थी.
इस डॉग का जीवनकाल 12 साल या उससे अधिक हो सकता है और इसे अपना साथी बनाने के लिए आपको 9,000 से 12,000 खर्च करने पड सकते है.

19) मुधोल हाउंड (Mudhol hound)
यह एक भारतीय डॉग की नस्ल है. जिसे मराठा हाउंड, पश्मी हाउंड, काठवार कुत्ता और कारवांन हाउंड इन चार नमो से भी पहचाना जाता है.
मुधोल हाउंड भारत में प. बंगाल, आसाम, कर्नाटक और हिमाचल इन प्रदेशों में पाया जाता है. मुधोल हाउंड एक शिकारी नस्ल है, जिसे साहस और स्वामिभक्ति के लिए जाना जाता है.
सबसे महत्वपूर्ण बात इस आज्ञाकारी डॉग को इंडियन आर्मी में भी इस्तेमाल किया जाता है. यह चुस्ती और फुर्तु में किसी विदेशी कुत्ते से कम नहीं है. यह एक अच्छा साथी और पहरेदार भी है.
इसलिए भारत में बहुत सारे परिवारों ने इसे अपने घरो में स्थान दिया है. कर्नाटक के मुधोल विभाग में लगभग 750 से भी अधिक परिवार इसे पाल रहे है.
वह इसकी ब्रीडिंग और इसका प्रचार भी करते है. मुधोल हाउंड का जीवनकाल 10 से 12 साल का होता है. इस डॉग नस्ल को अपना पालतू बनाने के लिए, आपको 6000 से 7000 खर्च करने पड सकते है.

20) इंडियन स्पिट्ज (Indian Spitz)
फोट देखकर आपको लगा होगा ना की यह तो पोमेरेनियन नस्ल का डॉग है, पर यह सच नहीं है, इंडियन स्पिट्ज और पोमेरेनियन दो अलग-अलग नस्ल के कुत्ते है.
इस नस्ल को अंग्रेजो द्वरा 19 वि श्तार्ब्दी में भारत मे ही जर्मन स्पिट्ज की क्रॉस ब्रीडिंग द्वारा बनाया गया था. इंडियन स्पिट्ज की खासियत इनकी बुद्धिमता होती है.
यह तेजी से सीखने में माहिर होते है, इनकी इंसानी भावनाओं को अच्छी तरह से समझने की काबिलियत इन्हें और भी बेशकीमती बनती है. आपको इंडियन स्पिट्ज को ट्रेनिंग देने में ज्यादा मशकत भी नहीं करनी पड़ेगी. इस नस्ल के डॉग ने hum apke hai kon सिनेमा में टफी नामके कुत्ते का किरदार बखूबी निभाया था.
इस डॉग को रखने के लिए की सी खास वातावरण की या रख रखाव की भी जरुरत नहीं पड़ती. महीने में एक या दो बार नहलाने से भी यह कुत्ता साफ रहेगा क्योंकि इसके स्वभाव अनुसार यह खुद गंदगी से दूर रहता है. इंडियन स्पिट्ज को आप अपार्टमेंट से लेकर छोटे रो हाउस में भी रख सकते है.
यह डॉग इसकी खुबसूरती और होशियारी के साथ-साथ आपके घर को काफी अच्छी सुरक्षा भी प्रदान करेगा और इस डॉग को अपना बनने के लये आपको 2000 से लेकर 12000 रूपये तक खर्च करने पड सकते है.
अगर आप चाहे तो इंडियन स्पिट्ज को मुफ्त में अडॉप्ट (गोद) भी ले सकते है.
४६६ डॉग नस्ल की नाम सूची | Dog breeds name list
क्रमांक | कुत्ते की नस्ल का नाम | उद्गम स्थान |
---|---|---|
1 | अकिता इनु | जापान |
2 | अक्बाश डॉग | तुर्की |
3 | अज़वाख | माली |
4 | अनाटोलियन शेफ़र्ड डॉग | तुर्की |
5 | अप्पेन्ज़ेलर सेन्नेनहुंड | स्विट्ज़रलैंड |
6 | अफगान हाउन्ड | अफ़गानिस्तान |
7 | अफ्फनपिंस्चर | जर्मनी, फ्रांस |
8 | अफ़्रीकानीस | दक्षिण अफ़्रीका |
9 | अमेरिकन अकिता | जापान |
10 | अमेरिकन एस्किमो डॉग | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
11 | अमेरिकन कॉकर स्पैनियल | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
12 | अमेरिकन फॉक्स-हाउंड | संयुक्त राज्य अमेरिका |
13 | अमेरिकन बुलडॉग | संयुक्त राज्य अमेरिका |
14 | अमेरिकन मास्टिफ़ | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
15 | अमेरिकन वाटर स्पैनियल | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
16 | अमेरिकन स्टाफोर्डशायर टेरियर | संयुक्त राज्य अमेरिका |
17 | अमेरिकन हेयरलेस टेरियर | संयुक्त राज्य अमेरिका |
18 | अरमंट | मिस्र |
19 | अर्जेंटीना डोगो | अर्जेंटीना |
20 | अर्टोइस हाउंड | फ़्रांस |
21 | अलंगु मस्टिफ़ | भारत |
22 | अलपाहा ब्लू ब्लड बुलडॉग | यूनाइटेड स्टेट्स|संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
23 | अलास्काई क्ली काई | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
24 | अलास्काई मलामुट | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
25 | अलास्काई हस्की | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
26 | अल्सतियन शेपालुत | संयुक्त राज्य अमेरिका |
27 | अल्ससेशियन शेपलुट | संयुक्त राज्य अमेरिका |
28 | आइसलैंडिक शीपडॉग | आइसलैंड |
29 | आयरिश बुल टेरियर | आयरलैंड |
30 | आयरिश रेड एंड व्हाइट सेटर | आयरलैंड |
31 | आयरिश वाटर स्पैनियल | आयरलैंड |
32 | आयरिश वुल्फ़हाउंड | आयरलैंड |
33 | आयरिश सेटर | आयरलैंड |
34 | आयरिश स्टैफ़र्डशैर बुल टेरियर | आयरलैंड |
35 | आयरिश हाउंड | आयरलैंड |
36 | इंग्लिश कूनहाउंड | संयुक्त राज्य अमेरिका |
37 | इंग्लिश कॉकर स्पैनियल | इंग्लैंड |
38 | इंग्लिश टॉय टेरियर (ब्लैक एंड टैन) | इंग्लैंड |
39 | इंग्लिश पॉइंटर | इंग्लैंड |
40 | इंग्लिश फॉक्सहाउंड | इंग्लैंड |
41 | इंग्लिश मास्टिफ़ | इंग्लैंड |
42 | इंग्लिश व्हाइट टेरियर | यूनाइटेड किंगडम |
43 | इंग्लिश शेफ़र्ड | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
44 | इंग्लिश सेटर | इंग्लैंड |
45 | इंग्लिश स्प्रिंगर स्पैनियल | इंग्लैंड |
46 | इंडियन स्पिट्ज | भारत |
47 | इतालवी ग्रेहाउंड | इटली |
48 | इबिज़न हाउंड | स्पेन |
49 | इस्त्रियन शार्ट-हेयर्ड हाउंड | क्रोएशिया |
50 | इस्त्रियान कोर्स-हेयर्ड हाउंड | क्रोएशिया |
51 | ईस्ट साइबेरियन लाइका | रूस |
52 | ईस्ट-यूरोपियन शेफ़र्ड | रूस |
53 | उटोनागन | यूनाइटेड किंगडम |
54 | एंट्लबुचर माउंटेन डॉग | स्विट्ज़रलैंड |
55 | एरडेल टेरियर | इंग्लैंड |
56 | एरिएज पॉइंटर | फ़्रांस |
57 | एरिएजिओइस | फ़्रांस |
58 | एलेनो एस्पनॉल | स्पेन |
59 | एलो | जर्मनी |
60 | एल्पाइन डच्सब्रेक | ऑस्ट्रिया |
61 | एस्कल | फ़िलिप्पीन्स |
62 | एस्टोनियन हाउंड | एस्टोनिया |
63 | एस्ट्रेला माउंटेन डॉग | पुर्तगाल |
64 | ऐडी | मोरोक्को |
65 | ऑटरहाउंड | इंग्लैंड |
66 | ऑस्ट्रियन पिन्सशर | ऑस्ट्रेलिया |
67 | ऑस्ट्रियन ब्लैक एंड टैन हाउंड | ऑस्ट्रेलिया |
68 | ऑस्ट्रेलियन केल्पी | ऑस्ट्रेलिया |
69 | ऑस्ट्रेलियन कैटल डॉग | ऑस्ट्रेलिया |
70 | ऑस्ट्रेलियन टेरियर | ऑस्ट्रेलिया |
71 | ऑस्ट्रेलियन बुलडॉग | ऑस्ट्रेलिया |
72 | ऑस्ट्रेलियन शेफ़र्ड | संयुक्त राज्य अमेरिका |
73 | ऑस्ट्रेलियन सिल्की टेरियर | ऑस्ट्रेलिया |
74 | ऑस्ट्रेलियन स्टंपी टेल कैटल डॉग | ऑस्ट्रेलिया |
75 | ओल्ड इंग्लिश टेरियर | इंग्लैंड |
76 | ओल्ड इंग्लिश बुल डॉग | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
77 | ओल्ड इंग्लिश बुलडॉग | इंग्लैंड |
78 | ओल्ड इंग्लिश शीपडॉग | इंग्लैंड |
79 | ओल्ड क्रोएशियाई साईटहाउंड | क्रोएशिया |
80 | ओल्ड जर्मन शेफ़र्ड कुत्ता | जर्मनी |
81 | ओल्ड डेनिश पॉइंटर | डेनमार्क |
82 | कंगाल डॉग | तुर्की |
83 | कई-लियो | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
84 | कन्नी | भारत |
85 | कराकचन डॉग | बल्गेरिया |
86 | करेलियन बेर डॉग | फ़िनलैंड |
87 | कर्ली कोटेड रिट्रीवर | इंग्लैंड |
88 | काइमेरॉन उरुग्वायो | उरुग्वे |
89 | काई केन | जापान |
90 | काटाहौला कर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
91 | कार्डिगन वेल्श कोर्गी | वेल्स |
92 | कार्पथियन शेफ़र्ड डॉग | रोमानिया |
93 | कार्स्ट शेफ़र्ड | स्लोवेनिया |
94 | किंग चार्ल्स स्पैनियल | इंग्लैंड |
95 | किंग शेफ़र्ड | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
96 | किन्तामनि | इंडोनेशिया |
97 | किशु | जापान |
98 | कीशोंड | नीदरलैंड, जर्मनी |
99 | कुन्मिंग वुल्फ़-डॉग | चीन |
100 | कुवास्ज़ | हंगरी |
101 | कूइकरहोंड्ज | नीदरलैंड |
102 | कूली | ऑस्ट्रेलिया |
103 | केन कोर्सो | इटली |
104 | केरी ब्लू टेरियर | आयरलैंड |
105 | केर्री बीगल | आयरलैंड |
106 | कैकाडी | भारत |
107 | कैटलान शीपडॉग | स्पेन |
108 | कैनान डॉग | इज़राइल |
109 | कैनेडियन एस्किमो डॉग | कनाडा |
110 | कैनेडियन पॉइंटर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
111 | कैरोलीना डॉग | संयुक्त राज्य अमेरिका |
112 | कैर्न टेरियर | स्कॉटलैंड |
113 | कैवेलियर किंग चार्ल्स स्पैनियल | इंग्लैंड |
114 | कॉकेशियन शेफ़र्ड डॉग | जॉर्जिया, आर्मेनिया, अज़रबैजान |
115 | कॉटन डे टुलियर | मडगास्कर |
116 | कॉर्डोबा फ़ाइटिंग डॉग | अर्जेंटीना |
117 | कोमोंडोर | हंगरी |
118 | कोम्बाई | भारत |
119 | कोरियन जिन्डो डॉग | दक्षिण कोरिया |
120 | कोरियन मास्टिफ़ | कोरिया |
121 | क्रेटन हाउंड | ग्रीस |
122 | क्रोएशियन शीपडॉग | क्रोएशिया |
123 | क्रोमफ़ोरलैंडर | जर्मनी |
124 | क्ल्म्बर स्पैनियल | इंग्लैंड |
125 | गुल्ल टर्र | पाकिस्तान |
126 | गुल्ल डॉन्ग | पाकिस्तान |
127 | गैल्गो एस्पनॉल | स्पेन |
128 | गॉर्डन सेटर | स्कॉटलैंड |
129 | गोल्डन रिट्रीवर | स्कॉटलैंड |
130 | ग्रांड ब्ल्यु डी गैस्कोग्न | फ़्रांस |
131 | ग्रिफ़्फ़ॉन निवेरनेस | फ़्रांस |
132 | ग्रिफ़्फ़ॉन फौव डी ब्रेटाग्न | फ़्रांस |
133 | ग्रिफ़्फ़ॉन ब्रइक्सेल्लोइस | बेल्जियम |
134 | ग्रिफ़्फ़ोन ब्ल्यू डी गैस्कोग्न | फ़्रांस |
135 | ग्रीनलैंड डॉग | ग्रीनलैंड |
136 | ग्रेट डेन | डेनमार्क या जर्मनी |
137 | ग्रेट पैरनीस | फ्रांस, स्पेन |
138 | ग्रेटर स्विस माउंटेन डॉग | स्विट्ज़रलैंड |
139 | ग्रेहाउंड | इंग्लैंड |
140 | ग्रैंड बैस्सेट ग्रिफ़्फ़ॉन वेंडीन | फ़्रांस |
141 | ग्लेन ऑफ़ इमाल टेरियर | आयरलैंड |
142 | चाइनीस इम्पीरियल डॉग | चीन |
143 | चाइनीस क्रेस्टेड डॉग | चीन |
144 | चाइनीस चोंगकिंग डॉग | चीन |
145 | चाउ चाउ | चीन |
146 | चिप्पीपराई | भारत |
147 | चिलियन फॉक्स टेरियर | चिली |
148 | चिहुआहुआ | मेक्सिको |
149 | चीनूक | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
150 | चेकोस्लोवाकियाई वुल्फडॉग | चेकोस्लोवाकिया |
151 | चेसपे़क बे रिट्रीवर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
152 | जर्मन पिन्स्शर | जर्मनी |
153 | जर्मन लाँगहेयर्ड पॉइंटर | जर्मनी |
154 | जर्मन वायरहेयर्ड पॉइंटर | जर्मनी |
155 | जर्मन शार्टहेयर्ड पॉइंटर | जर्मनी |
156 | जर्मन शेफर्ड | जर्मनी |
157 | जर्मन स्पिट्ज | जर्मनी |
158 | जर्मन स्पैनियल | जर्मनी |
159 | जापानी चिन | जापान |
160 | जापानी टेरियर | जापान |
161 | जापानी स्पिट्ज | जापान |
162 | जायंट श्नौज़र | जर्मनी |
163 | जायन्ट श्नाऊज़र | जर्मनी |
164 | जैक रसेल टेरियर | इंग्लैंड |
165 | जैग्डटेरियर | जर्मनी |
166 | जैमथुंड | स्वीडन |
167 | जोनांगी | भारत |
168 | टमस्कन डॉग | फ़िनलैंड |
169 | टेंटरफिल्ड टेरियर | ऑस्ट्रेलिया |
170 | टेड्डी रूज़वेल्ट टेरियर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
171 | टेलोमियन | मलेशिया |
172 | टॉय फॉक्स टेरियर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
173 | टॉय मैनचेस्टर टेरियर | इंग्लैंड, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
174 | टोर्न्जक | बोस्निया और हर्जेगोविना, क्रोएशिया |
175 | टोसा | जापान |
176 | ट्य्रोलीन हाउंड | ऑस्ट्रिया |
177 | ट्रीइंग कर | संयुक्त राज्य अमेरिका |
178 | ट्रीइंग वाकर कुनहाउंड | संयुक्त राज्य अमेरिका |
179 | डंकर | नॉर्वे |
180 | डच शेफ़र्ड डॉग | नीदरलैंड |
181 | डच स्मोउसहांड | नीदरलैंड |
182 | डरेंत्स पैट्रिज्सहांड | नीदरलैंड |
183 | डालमेशियन | क्रोएशिया |
184 | डाशहण्ड | जर्मनी |
185 | डिंगो | ऑस्ट्रेलिया |
186 | डैंडी डीनमॉन्ट टेरियर | स्कॉटलैंड |
187 | डैनिश स्वीडिश फार्मडॉग | डेनमार्क, स्वीडन |
188 | डॉग डे बोर्डियॉक्स | फ़्रांस |
189 | डोगो क्युबानो | क्यूबा |
190 | डोगो ग़्वाटीमाल्टेको | ग्वाटीमाला |
191 | डोगो सार्डेस्को | इटली |
192 | डोबरमान पिन्सशर | जर्मनी |
193 | ड्रेवर | स्वीडन |
194 | तह्ल्तन बेर डॉग | कनाडा |
195 | तिब्बतन टेरियर | तिब्बत |
196 | तिब्बती मास्टिफ़ | चीन |
197 | तिब्बती स्पैनियल | तिब्बत |
198 | तैगन | किर्गिज़स्तान |
199 | थाई बांगकईव डॉग | थाईलैंड |
200 | थाई रिड्जबेक | थाईलैंड |
201 | देसी कुत्ता | इंडिया और पाकिस्तान |
202 | नार्थर्न इनुइट डॉग | इंग्लैंड |
203 | नियपॉलिटन मास्टिफ़ | इटली |
204 | नॉर्रबोटनस्पेट्स | स्वीडन |
205 | नॉर्विच टेरियर | यूनाइटेड किंगडम |
206 | नॉर्वेजियन एल्कहाउंड | नॉर्वे |
207 | नॉर्वेजियन बुहंड | नॉर्वे |
208 | नोरफोल्क टेरियर | ग्रेट ब्रिटेन |
209 | नोर्वीजियन लुंडहंड | नॉर्वे |
210 | नोवा स्कोटिया डक-टॉलिंग रिट्रीवर | कनाडा |
211 | न्यू गिनी सिंगिंग डॉग | न्यू गिनी |
212 | न्यूज़ीलैंड हंटअवे | न्यूज़ीलैंड |
213 | न्यूफ़ाउंडलैंड | कनाडा, इंग्लैंड |
214 | पग | चीन |
215 | पाचोन नैवर्रो | स्पेन |
216 | पापिल्लोन | स्पेन, बेल्जियम, फ्रांस |
217 | पार्सन रसेल टेरियर | इंग्लैंड |
218 | पिकार्डी स्पैनियल | फ़्रांस |
219 | पुडेलपॉइंटर | जर्मनी |
220 | पुन्ग्सान डॉग | उत्तर कोरिया |
221 | पुली | हंगरी |
222 | पूडल | जर्मनी, फ्रांस |
223 | पूमि | हंगरी |
224 | पेकिंगीस | चीन |
225 | पेटिट बैस्सेट ग्रिफ्फ़ॉन वेंडीन | फ़्रांस |
226 | पेटिट ब्ल्यु डी गैस्कोग्न | फ़्रांस |
227 | पेम्ब्रोक वेल्श कोर्गी | वेल्स |
228 | पेरुवियन हेयरलैस डॉग | पेरू |
229 | पेर्रो डे प्रेसा कैनारियो | स्पेन |
230 | पेर्रो डे प्रेसा मल्लोरक्वीन | स्पेन |
231 | पैटरडेल टेरियर | इंग्लैंड |
232 | पैरिनियन मास्टिफ़ | स्पेन |
233 | पैरिनियन शेफ़र्ड | फ़्रांस |
४६६ कुत्तों के प्रजातियों के नाम सूची | Dog breeds name list
क्रमांक | कुत्ते की नस्ल का नाम | उद्गम स्थान |
---|---|---|
234 | पॉइंटर | इंग्लैंड |
235 | पॉलिश ग्रेहाउंड | पोलैंड |
236 | पॉलिश टैट्रा शीपडॉग | पोलैंड |
237 | पॉलिश लोलैंड शीपडॉग | पोलैंड |
238 | पॉलिश हंटिंग डॉग | पोलैंड |
239 | पॉलिश हाउंड | पोलैंड |
240 | पोंट-ऑडेमेर स्पैनियल | फ़्रांस |
241 | पोडेंको कैनारियो | स्पेन |
242 | पोमेरेनियन | जर्मनी, पोलैंड |
243 | पोर्चुगीस पॉइंटर | पुर्तगाल |
244 | पोर्चुगीस पोडेंगो | पुर्तगाल |
245 | पोर्चुगीस वाटर डॉग | पुर्तगाल |
246 | पोर्सलेन | फ़्रांस |
247 | प्लॉट हाउंड | संयुक्त राज्य अमेरिका |
248 | फ़रोह हाउंड | माल्टा |
249 | फलेन | बेल्जियम, स्पेन |
250 | फार्मोसन माउंटेन डॉग | ताइवान |
251 | फिन्निश लैपहंड | फ़िनलैंड |
252 | फिन्निश स्पिट्ज | फ़िनलैंड |
253 | फिन्निश हाउंड | फ़िनलैंड |
254 | फिला ब्रेसिलिएरो | ब्राजील |
255 | फ़ील्ड स्पैनियल | इंग्लैंड |
256 | फॉक्स टेरियर (स्मूथ) | इंग्लैंड |
257 | फ्रेंच बुलडॉग | इंग्लैंड |
258 | फ्रेंच ब्रिटनी | फ़्रांस |
259 | फ्रेंच स्पैनियल | फ़्रांस |
260 | फ्लैट-कोटेड रिट्रीवर | यूनाइटेड किंगडम |
261 | बखरवाल डॉग | भारत |
262 | बड़ा मॉन्स्टरलैंडर | जर्मनी |
263 | बर्गामास्को शेफ़र्ड | इटली |
264 | बर्जर पिकार्ड | फ़्रांस |
265 | बर्जर ब्लैंक सुइस | स्विट्ज़रलैंड |
266 | बर्नर लॉफ़हंड | स्विट्ज़रलैंड |
267 | बर्नीस माउंटेन डॉग | स्विट्ज़रलैंड |
268 | बवेरियन माउंटेन हाउंड | जर्मनी |
269 | बसेंजी | कांगो का लोकतांत्रिक गणराज्य |
270 | बारबेट | फ़्रांस |
271 | बास्क शेफ़र्ड डॉग | स्पेन, फ्रांस |
272 | बिचोन फ़्रैस | स्पेन, बेल्जियम |
273 | बियर्डेड कॉल्ली | स्कॉटलैंड |
274 | बिल्ली | फ़्रांस |
275 | बिस्बेन | भारत |
276 | बीगल | इंग्लैंड |
277 | बीगल-हैरियर | फ़्रांस |
278 | बुकोविना शेफ़र्ड डॉग | रोमानिया |
279 | बुल एंड टेरियर | यूनाइटेड किंगडम |
280 | बुल टेरियर | इंग्लैंड |
281 | बुल टेरियर (मिनिएचर) | इंग्लैंड |
282 | बुल-मास्टिफ़ | इंग्लैंड |
283 | बुल्ली डॉग | पाकिस्तान |
284 | बेडलिंगटन टेरियर | यूनाइटेड किंगडम |
285 | बेल्जियन शेफ़र्ड डॉग | बेल्जियम |
286 | बेल्जियन शेफ़र्ड डॉग | बेल्जियम |
287 | बेल्जियन शेफ़र्ड डॉग (ग्रोएनेंडेल) | बेल्जियम |
288 | बेल्जियन शेफ़र्ड डॉग (मैलिनोइस) | बेल्जियम |
289 | बेल्जियन शेफ़र्ड डॉग (लैकेनोईस) | बेल्जियम |
290 | बैंडॉग | इंग्लैंड |
291 | बैस्सेट आर्टेसिन नॉरमंड | फ़्रांस |
292 | बैस्सेट फॉव डी ब्रेटाग्न | फ़्रांस |
293 | बैस्सेट ब्लू डी गस्कोग्न | फ़्रांस |
294 | बॉक्सर | जर्मनी |
295 | बॉयकिन स्पैनियल | संयुक्त राज्यअमेरिका |
296 | बॉर्डर कॉल्ली | स्कॉटलैंड, इंग्लैंड, वेल्स |
297 | बॉर्डर टेरियर | स्कॉटलैंड, इंग्लैंड |
298 | बॉस्टन टेरियर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
299 | बोएरबोएल | दक्षिण अफ्रीका |
300 | बोर्जोई | रूस |
301 | बोलोग्नीस | इटली |
302 | बोस्नियन कोर्स हेयर्ड हाउंड | बोस्निया और हेर्ज़गोविना |
303 | बोहेमियन शेफ़र्ड | चेक गणराज्य |
304 | बौवियर डेस आर्डएनस | बेल्जियम |
305 | बौवियर डेस फ्लेंड्रेस | बेल्जियम |
306 | ब्युसेरॉन | फ़्रांस |
307 | ब्राज़िलियन टेरियर | ब्राज़ील |
308 | ब्रिकेट ग्रिफ़्फ़्न वेंडीन | फ़्रांस |
309 | ब्रिटनी (फ्रांस) | फ़्रांस |
310 | ब्रूनो जुरा हाउंड | स्विट्जरलैंड, फ्रांस |
311 | ब्रेक डी'औवर्गन | फ़्रांस |
312 | ब्रेक डू पूय | फ़्रांस |
313 | ब्रेक डू बोरबोनेस | फ़्रांस |
314 | ब्रेक फ़्रैंकैस | फ़्रांस |
315 | ब्रेक सेंट-जर्मेन | फ़्रांस |
316 | ब्रैक्को इटालियानो | दक्षिण अफ्रीका |
317 | ब्रैयार्ड | फ़्रांस |
318 | ब्रोहोल्मेर | डेनमार्क |
319 | ब्लड-हाउंड | बेल्जियम, फ्रांस |
320 | ब्लू पॉल टेरियर | स्कॉटलैंड |
321 | ब्लू लेसी | संयुक्त राज्य अमेरिका |
322 | ब्लूटिक कूनहाउंड | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
323 | ब्लैक एंड टैन कूनहाउंड | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
324 | ब्लैक एंड टैन वर्जिनिया फॉक्स-हाउंड | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
325 | ब्लैक नॉर्वेजियाई एल्कहाउंड | नॉर्वे |
326 | ब्लैक रशियन टेरियर | सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ |
327 | ब्लैकमॉउथ कर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
328 | मयोरिटिक | रोमानिया |
329 | मरेम्मा शीपडॉग | इटली |
330 | माउंटेन कर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
331 | माउंटेन व्यू कर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
332 | माग्यार अगार | हंगरी, ट्रांसिल्वेनिया |
333 | मालटीस | इटली |
334 | मास्को वाचडॉग | सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ |
335 | मिनिएचर ऑस्ट्रेलियन शेफ़र्ड | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
336 | मिनिएचर पिन्स्शर | जर्मनी |
337 | मिनिएचर फॉक्स टेरियर | ऑस्ट्रेलिया |
338 | मिनिएचर श्नौज़र | जर्मनी |
339 | मिनिएचर श्नौज़र | जर्मनी |
340 | मिनिएचर साइबेरियन हस्की | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
341 | मुकुचीस | वेनेजुएला |
342 | मुडी | हंगरी |
343 | मुधोल हाउंड | भारत |
344 | मुर्रे रिवर कर्ली कोटेड रिट्रीवर | ऑस्ट्रेलिया |
345 | मेजेस्टिक ट्री हाउंड | संयुक्त राज्य अमेरिका |
346 | मैकनैब | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
347 | मैक्सिकन हेयरलेस डॉग | मेक्सिको |
348 | मैनचेस्टर टेरियर | इंग्लैंड |
349 | मोंटएनेग्रिन माउंटेन हाउंड | मोंटेनेग्रो |
350 | यार्कशायर टेरियर | इंग्लैंड |
351 | युरेसियर | जर्मनी |
352 | रटोनेरो बोडेगुएरो अंदालुज़ | स्पेन |
353 | रफ़ कॉल्ली | स्कॉटलैंड |
354 | रशियन स्पैनियल | सोवियत युनियन |
355 | रसेल टेरियर | इंग्लैंड |
356 | राजपालयम | भारत |
357 | राट टेरियर | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
358 | रामपुर ग्रेहाउंड | भारत |
359 | रुस्सो यूरोपियन लाइका | रूस |
360 | रुस्स्की टॉय | रूस |
361 | रेड्बोन कुनहाउंड | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
362 | रेफइरो डो अलेंटेजो | पुर्तगाल |
363 | रोटवेईलर | जर्मनी |
364 | रोडेशियन रिड्जबेक | रोडेशिया |
365 | लंकाशायर हीलर | इंग्लैंड |
366 | लागोत्तो रोमाग्नोलो | इटली |
367 | लान्ग हेयर्ड व्हिप्पेट | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
368 | लिथुआनियन हाउंड | लिथुआनिया |
369 | लियानबर्गर | जर्मनी |
370 | लेकलैंड टेरियर | इंग्लैंड |
371 | लैंडसीर | कनाडा |
372 | लैप्पोनियन हर्डर | फ़िनलैंड |
373 | लैब्राडोर रिट्रीवर | कनाडा |
374 | लैब्राडोर हस्की | कनाडा |
375 | लोट्टाटोर ब्रिन्दिसिनो | इटली |
376 | लौशेन | जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, स्पेन |
377 | ल्हासा एप्सो | तिब्बत |
378 | वायर फॉक्स टेरियर | इंग्लैंड |
379 | वायर-हेयर्ड विज़्सला | हंगरी |
380 | वायरहेयर्ड पॉइंटिंग ग्रिफ़न | नीदरलैंड, फ्रांस |
381 | विज़्सला | हंगरी |
382 | वेईमारानर | जर्मनी |
383 | वेटरहौन | नीदरलैंड |
384 | वेल्श टेरियर | वेल्स |
385 | वेल्श शीपडॉग | वेल्स |
386 | वेल्श स्प्रिन्गर स्पैनियल | वेल्स |
387 | वेस्ट साइबेरियन लाइका | रूस |
388 | वेस्ट हाईलैंड व्हाइट टेरियर | स्कॉटलैंड |
389 | वेस्टफ़ालियन डच्सब्रैक | जर्मनी |
390 | वोलपिनो इटालियानो | इटली |
391 | व्हाइट इंग्लिश बुलडॉग | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
392 | व्हाइट शेफ़र्ड डॉग | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
393 | व्हिप्पेट | इंग्लैंड |
394 | शापेंडोस | नीदरलैंड |
395 | शार पेई | चीन |
396 | शिकोकू | जापान |
397 | शिलरस्टोवारे | स्वीडन |
398 | शिह त्जू | चीन |
399 | शीपर्क | बेल्जियम |
400 | शीबा इनु | जापान |
401 | शीलो शेफ़र्ड डॉग | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
402 | शैट्लैंड शीपडॉग | स्कॉटलैंड |
403 | श्वेजार लौफहंड | स्विट्ज़रलैंड |
404 | श्वेज़ेरिस्चेर नीडरलौफ़हंड | स्विट्ज़रलैंड |
405 | सखालिन हस्की | जापान |
406 | सदर्न हाउंड | ब्रिटेन |
407 | सप्सली | कोरिया |
408 | समोयेड | रूस |
409 | सरनिको डेलएट्ना | इटली |
410 | सर्प्लानिनैक | यूगोस्लाविया |
411 | सर्बियाई ट्राईकलर हाउंड | सर्बिया |
412 | सर्बियाई हाउंड | सर्बिया |
413 | सलूकी | ईरान |
414 | ससेक्स स्पैनियल | इंग्लैंड |
415 | साइबेरियन हस्की | रूस |
416 | साउथ रशियन ओव्चारका | रूस |
417 | सारलूसवोल्फहांड़ | नीदरलैंड, जर्मनी |
418 | सिंहला हाउंड | श्रीलंका |
419 | सिल्केन विंड हाउंड | संयुक्त राज्य अमेरिका |
420 | सीलयहम टेरियर | वेल्स |
421 | सेंट जॉन्स वाटर डॉग | कनाडा |
422 | सेंट बर्नार्ड | इटली, स्विट्जरलैंड |
423 | सेंट्रल एशियन शेफ़र्ड डॉग | रूस |
424 | सेगुगियो इटालियानो | इटली |
425 | सेज कूची | अफ़गानिस्तान |
426 | सेप्पाला साइबेरियाई स्लेडडॉग | कनाडा |
427 | सेस्की टेरियर | गणराज्य चेक |
428 | सेस्की फौसेक | गणराज्य चेक |
429 | सैबुएसो एस्पनॉल | स्पेन |
430 | सॉफ्ट कोटेड व्हीटन टेरियर | आयरलैंड |
431 | स्काई टेरियर | स्कॉटलैंड |
432 | स्कॉच कोल्ली | स्कॉटलैंड |
433 | स्कॉटिश टेरियर | स्कॉटलैंड |
434 | स्कॉटिश डीरहाउंड | स्कॉटलैंड |
435 | स्टीफेन्स डॉग | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
436 | स्टीरियन कोर्स हेयर्ड हाउंड | ऑस्ट्रिया |
437 | स्टेबीहौन | नीदरलैंड |
438 | स्टैण्डर्ड श्नौज़र | जर्मनी |
439 | स्ताफ्फोर्डशेर बुल टेरियर | इंग्लैंड |
440 | स्पिनोन इटलीयानो | इटली |
441 | स्पेनी मास्टिफ़ | स्पेन |
442 | स्पैनिश वाटर डॉग | स्पेन |
443 | स्पोर्टिंग लुकास टेरियर | इंग्लैंड |
444 | स्माल मॉन्स्टरलैंडर | जर्मनी |
445 | स्मालैंडस्टोवेर | स्वीडन |
446 | स्मूथ कॉल्ली | स्कॉटलैंड |
447 | स्मॉल ग्रीक डोमेस्टिक डॉग | ग्रीस |
448 | स्लोवाक कुवाक | स्लोवाकिया |
449 | स्लोवाकियन रफ़ हेयर्ड पॉइंटर | स्लोवाकिया |
450 | स्लोवेंसकी कोपोव | स्लोवाकिया |
451 | स्लोवेंस्की कोपोव | स्लोवाकिया |
452 | स्लौघी | मोरोक्को |
453 | स्वीडिश लैपहण्ड | स्वीडन |
454 | स्वीडिश वालहण्ड | स्वीडन |
455 | हंगेरियन हाउंड | हंगरी |
456 | हनोवर हाउंड | जर्मनी |
457 | हवाइयन पोई डॉग | संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
458 | हवानीस | पश्चिमी भूमध्य क्षेत्र |
459 | हिमालयन शीपडॉग | नेपाल |
460 | हेर इंडियन डॉग | कनाडा, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका |
461 | हैजनहंड | नॉर्वे |
462 | हैमिल्टनस्टॉवेर | स्वीडन |
463 | हैरियर | यूनाइटेड किंगडम |
464 | होक्काइडो | जापान |
465 | होर्टाया बोर्ज़ाया | युक्रेन, रूस बेलारस |
466 | होवावार्ट | जर्मनी |
सूचना : खरीदने से बेहतर आप चाहे तो किसी बे सहारा डॉग को गोद ले सकते है. गोद लिए जाने वाले डॉग्स की कोई कीमत नहीं ली जाती.
कुत्तों को गोद लेने के लिए वेबसाइट —-> DOG SPOT ADOPTION
डॉग नस्ल के बारे में ७ तथ्य – 7 facts about dog breed
- इंसान की उंगलियों के निशानों (fingerprints) की तरह कुत्तों के नाक (nose) के भी प्रिंट निराले होते है, उनपर अलग-अलग तरह की लकीरें होती है.
- कुत्तों की नाक किसी भी जीव की गर्मी को महसूस कर सकती है, इसीलिए अंधे या बहरे कुत्ते भी शिकार कर सकते हैं.
- दुनिया में सिर्फ बासेनजी नस्ल के कुत्ते कभी भौंकते नहीं. हालाँकि, ये रोना, बढ़ना, चीखने चिल्लने की आवाजे निकाल सकते है.
- ऑस्ट्रलियन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते असल में ऑस्ट्रेलिया से नहीं है, ये एक अमेरिकी डॉग की नस्ल हैं.
- कुत्ते कलरब्लाइंड नहीं होते हैं, असल में वह नीला और पीला रंग देख सकते है.
- सभी डॉग नस्ल के पिल्ले बहरे पैदा होते है.
- दलमतियन नस्ल के पप्पी जब पैदा होते है, तब व पूरी तरह सफेद रंग के होते है, लेकिन जैसे-जैसे वह बडे होते है, उनके शरीर पर विशिष्ट काले धब्बे विकसित हो जाते है. (निचे तस्वीर देखे)
Images of Dalmatian dog breed puppies


हमारा आर्टिकल Breeds of dogs in Hindi पढने के लिए धन्यवाद. डॉग के विषय में दी गई, यह जानकरी अगर आपको अच्छी अलगी हो तो इस पोस्ट पर कमेंट जरुर करे और इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे.
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नमस्कार दोस्तों मै हूँ संदीप पाटिल. मै इस ब्लॉग का संस्थापक और लेखक हूँ. मैने बाणिज्य विभाग से उपाधि ली है. मुझे नई नई चीजों के बारे में लिखना और उन्हें आप तक पहुँचाना बहुत पसंद है. हमारे इस ब्लॉग पर शेयर बाजार, मनोरंजक, शैक्षिक,अध्यात्मिक ,और जानकारीपूर्ण लेख प्रकशित किये जाते है. अगर आप चाहते हो की आपका भी कोई लेख इस ब्लॉग पर प्रकशित हो. तो आप उसे मुझे [email protected] इस email id पर भेज सकते है.