Horror Stories In Hindi For Kids :- Here I’m sharing Horror Stories In Hindi For Kids .This is very interesting story for all age group specially for kids, this story is great combination of magic and adventure. यहां मैं बच्चों के लिए डरावनी कहानी साझा कर रहा हूं .जो बच्चो को जादू रोमाचं से भर पुर एक अनोखी दुनिया में ले जायेंगी बच्चे इस कहानी को पढके जुरूर खुश होंगे
रहस्यमय तालाब भा 2 Horror Stories In Hindi For Kids
मेरे दिमाग़ में बस एक ही बात चल रही थे की परिवार को लेके उस अजीब और खतरनाक जगह से बहार निकलना। में गाड़ी से उतरा चेक किया तो गाड़ी में पानी खतम हो गया था। और गाड़ी इतने घंटे बंद रहने के बाद भी कुछ जादा ही गर्म थी और हमारे पास पानी भी ख़तम होगया।
मोबाइल में रेंज भी नहीं थी। मेंने दोनों को कहा तुम गाड़ी में ही रुको में बस 10 मिनिट में पानी लेकर आता हूँ। मेंने टाइम वेस्ट नहीं किया और पानी का खाली गैलन लेके तालाब की और निकला में तालाब के पास पोहुंचा तो महसूस हुआ की वातवरण में ठंड बढ़ रही थी।
- रहस्यमय हमशकल
तालाब के पास पोहोच के मेंने देखा कि वह बच्चा अभी भी उसी जगह पर हे। में निचे उतर रहा था तभी मेरी नज़र झाड़ी के पीछे से तालाब पर पड़ी फिर मेंने जो नज़ारा देखा उसे देखता ही रह गया।
मुझे दिखाई दिया। के मेरी बीवी में और बेटा तालाब के पानीमे अभी भी बठे हुए है। और मैं उनकी विडियो रिकॉर्डिंग कर रहा हु। ये देख कर में कुछ मिनिटस के लिया निचे बैठ गया। और सोचेने लगा कि ये क्या हो रहा है।
मैंने पानी में जो हमशक्ल देखेथे मुझे लगा वह मेरा वहम था। पर अभी ये क्या नई मुसीबत है।
क्या ये किसी तरह का छलावा है। में पानी लेने जाऊ या नहीं। उधर फॅमिली वेट कर रही है दिन ढल रहा है।
फिर एक बार उठके तालाब की तरफ़ देखा तो वह तीनो हमशकल वहा नहीं थे नहीं। में बिना सोचे तालाब की और दौड़ लगाई ताकि पानी लेकर अपने फमिले को एस मनहूस जंगले से जलदी निकल जाऊँ। मैने गैलन में पानी भरा और ऊपर आया तो मेरी नज़र उस बच्चे पर पड़ी जो अब मेरी और देख रहता।
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- सुनहरी राख
उसने मुझसे कहा तालाब के पानी को यहाँ से मत ले जाना। में उसकी और दखते हुए रुका और वह लड़का कुछ ही पालो में सुनहरी राख बनके हव हो गया। में ये नजारा देख के डर गया।
और वहा से तेज़ीसे निकला फिर अचानक मेरी बीवी और बेटा मेरा सामने आके खड़े होगए। मेंने कहाँ तुम दोनों को मेंने गाड़ी में रहने के लिया कहाँ थाना। तो तुम यहाँ क्यों आऐ सुषमा ने कहा कि हम तुम्हे लेने आये है।
पर मेरा मन मुझे कह रहा था कि वह आवाज़ मेरी सुषमा कि नहीं थी। इनसब में कहीसे वह माताजी वहाँ आई। उन्हें देख के में शांत हो गया पता नहीं उन में कोनसा आकर्षण था। उन्होंने मरे सर पर हथ रखा और तक़रीबन 30 सेकंड के लिये मैं सुन्ना हो गया था।

- छलावा टुटा
पर वापस होश आया तब मेरा सामने वह बूढी माताजी खड़ी थी और मेंने खुद्को तालाबके पानी में पाया और वह दोनों हमशक्ल गायब थे। अम्मा ने एक और इशारा करते हुए सिर्फा 3 शब्द बोली।
“तुम्हारा परिवार बचाव “में समझ गया और बिजली की गतिसे दौड़ा और मैं जब कार के नज़दीक पहुँच और देखा कि मेरा हमशकल मेरा परिवार से बात कर रहा है और सुषमा और आरव जैसे समोहित होकर उसकी बाते सुन रहे थे।
- मुसीबत से छुटकारा
उनको कुछ नुक़सान होने से पहले। मेने पीछे से जाकर उसके कंधे पर जोरसे मारा वह हमशकल मेरि तरफ़ पलटा और फिर कुछ ही पालो मैं सुनहरी राख बनकर उड्गाया।
अबतक दिन पुरि तरह से ढल चूका था और हमारे लिया फारेस्ट गार्ड की मदत आ चुकी थी और हम उस जंगल से कभी ना भूलने वाली यादो को लेकर घर वापस लौटे।
तो दोस्तों कैसी लगी आपको ये Horror Stories In Hindi For Kids कमेंट करके ज़रूर बताये .
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आपके लिए बेहतरीन कहानिया
नमस्कार दोस्तों मरे नाम है. संदीप पाटिल. मै मुंबई मे रहता हूँ.और मैंने मुंबई यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया है. घोस्ट स्टोरीज और बच्चो के लिए कहानिया मैं खुद लिखता हूँ. क्यूंकि कहनिया लिखना मेरी हॉबी है. इस ब्लॉग की बहुतसी कहानिया मैंने खुद लिखी है. और कुछ कहानिया वाचको के सच्चे अनुभव है.जो उन्होंने मुझे इ मेल और फेसबुक के पेज के माध्यम से भेजी है.