1008 names of lord shiva in hindi

भगवान शिव के अर्थसहित 1008 नाम. 1008 names of lord shiva in hindi

भगवान भोलेनाथ इस सृष्टि के सबसे पुराने भगवान माने जाते है. महादेव, नीलकंठ, उमापति यह शिव के कुछ परिचित नाम सभी लोग जानते है.लेकिन उनके रूप की तरह ही. उनके नाम भी अनगिनत है. अभी इस पोस्ट में हम अर्थसहित भगवान शिव के 1008 नाम दे रहे है. अर्थसहित दिए गए यह नाम शिव भगवान की आराधना में भी उपयोगी है. तो चलिए पढ़ते है. 1008 names of lord shiva in hindi

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महादेव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

क्र्मांक1008 नाम अर्थ
1शिवकल्याणस्वरूप.
2हरभक्तों के पाप ताप हरने वाले.
3मृङसुखदाता.
4रुद्रदुःख दूर करने वाले.
5पुष्करआकाशस्वरूप.
6पुष्पलोचनपुष्प के समान खिले हुए नेत्र वाले.
7अर्थिगम्यप्रार्थियों को प्राप्त होने वाले.
8सदाचारश्रेष्ठ आचारण वाले.
9शर्वसंहारकारी.
10शम्भुकल्याण निकेतन.
11महेश्वरमहान् ईश्वर.
12चन्द्रापीडचन्द्रमा को शिरोभूषण के रूप में धारण करने वाले.
13चन्द्रमौलिसिर पर चन्द्रमा का मुकुट धारण करने वाले.
14विश्वम्सर्वस्वरूप.
15विश्वम्भेश्वरविश्व का भरण-पोषण करने वाले श्रीविष्णु के भी ईश्वर.
16वेदान्तसारसंदोहवेदान्त के सारतत्व सच्चिदानन्दमय ब्रहम की साकार मूर्ति.
17कपालीहाथ में कपाल(skull) धारण करने वाले..
18नीललोहितगले में नील और शेष अंगों में लोहित वर्ण वाले.
19ध्यानाधारध्यान के आधार.
20अपरिच्छेद्यदेश, काल और वस्तु की सीमा से अविभाज्य.
21गौरीभर्तागौरी अर्थात पार्वती के पति.
22गणेश्वरप्रमथगानों के स्वामी.
23अष्टमूर्तिजल, अग्नि, वायु, आकाश, सूर्य, चन्द्रमा पृथ्वी और यजमान- इन आठ रूपों वाले.
24विश्वमूर्तिअखिल ब्रह्मांड विशाल पुरुष..
25त्रिवर्गस्वर्गसाधनधर्म, अर्थ, काम तथा स्वर्ग की प्राप्ति करनवाले..
26ज्ञानगम्यज्ञान से ही अनुभव में आने के योग्य.
27दृढप्रज्ञसुस्थिर बुद्धिवालें.
28देवदेवदेवताओं के भी आराध्य.
29त्रिलोचनसूर्य, चन्द्रमा और अग्निरूप तीन नेत्रों वाले..
30वामदेवलोक के विपरीत स्वभाव वाले देवता.
31महादेवब्रहमादिकों के भी पूजनीय महान भगवान.
32पटुसब कुछ करने में समर्थ एवं कुशल.
33परिवृद्धस्वामी.
34दृढकभी विचलित न होने वाले.
35विश्वरूपजगत्स्वरूप.
36विरूपाक्षविकट नेत्र वाले.
37वागीशवाणी के अधिपति.
38शुचिसत्तमपवित्र पुरुषों में भी सबसे श्रेष्ठ.
39सर्वप्रमाणसंवादीसम्पूर्ण प्रमाणों में सामंजस्य स्थापित करने वाले.
40वृषांकअपनी ध्वजा में वृषभ का चिन्ह धारण करने वाले.
41वृषवाहनवृषभ या धर्म रूपी वाहन धारण करने वाले.
42ईशस्वामी और शासक.
43पिनाकीपिनाक नामक धनुष धारण करने वाले.
44खटवांगीखाट के पाये की आकृति का एक आयुध धारण करने वाले.
45चित्रवेषविचित्र वेषधारी.
46चिरंतनपुराण अनादि पुरुषोत्तम.
47तमोहरअज्ञानान्धकार को दूर करने वाले.
48महायोगीमहान् योग से सम्पन्न.
49गोप्तारक्षक.
50ब्रहमासृष्टिकृर्ता.

कैलाशनाथ शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

51धूर्जटिजटा के भार से युक्त.
52कालकालकाल के भी काल(समय से परे या बलवान).
53कृत्तिवासीगजासुर के चर्म को वस्त्र के रूप में धारण करने वाले.
54सुभगसौभाग्यशाली.
55प्रणवात्मकओंकार स्वरूप अथवा प्रणव के वाच्यार्थ.
56उन्नधबन्धनरहित.
57पुरुषअन्तर्यामी आत्मा.
58जुष्यसेवन करने योग्य.
59दुर्वासादुर्वासा नामक मुनि के रूप में अवतीर्ण.
60पुरशासनतीन मायामय असुरपुरों का दमन करने वाले.
61दिव्यायुधपाशुपत आदि दिव्यास्त्र धारण करने वाले.
62स्कन्दगुरुकार्तिकेयजी के गुरु.
63परमेष्ठीअपनी प्रकृष्ट महिमा में स्थित रहने वाले.
64परात्परकारण के भी कारण.
65अनादिमध्यनिधनआदि, मध्य और अन्त से रहित.
66गिरिशकैलास के अधिपति.
67गिरिजाधवपार्वती के पति.
68कुबेरबन्धुकुबेर को अपना भाई मान वाले.
69श्रीकण्ठश्यामसुषमा से सुशोभित कण्ठवाले.
70लोकवर्णोत्तमसमस्त लोकों और वर्णों से श्रेष्ठ.
71मुदुकोमल स्वभाव वाले.
72समाधिवेद्यसमाधि अथवा चित्तवृत्तियों के निरोध से अनुभव में आने योग्य.
73कोदण्डीधनुर्धर.
74नीलकण्ठकण्ठ में हालाहल विष का नील चिहन धारण करने वाले.
75परश्वधीपरशुधारी.
76विशालाक्षबड़े-बड़े नेत्रों वाले.
77मृगव्याधवन में व्याप या किरात के रूप में प्रकट हो शूकर के ऊपर बाण चलाने वाले.
78सुरेशदेवताओं के स्वामी.
79सूर्यतापनसूर्य को भी दण्ड देने वाले.
80धर्मधामधर्म के आश्रय.
81क्षमाक्षेत्रम्क्षमा के उत्पत्ति स्थान.
82भगवान्सम्पूर्ण ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, ज्ञान तथा वैराग्य के आश्रय.
83भगनेत्रभित्भगदेवता के नेत्र का भेदन करने वाले.
84उग्रसंहारकाल में भयंकर रूप धारण करने वाले.
85पशुपतिमायारूप में बंधे हुए पाशबद्ध पशुओं (जीवों) को तत्वज्ञान के द्वारा मुक्त करके यथार्थरूप से उनका करने पालन वाले.
86तार्क्ष्यगरुड़रूप.
87प्रियभक्तभक्तों से प्रेम करने वाले.
88परंतपशत्रुता रखने वालों को संताप देने वाले.
89दातादानी.
90दयाकरभक्तोंपर कृपा करने वाले.
91दक्षकुशल.
92कपर्दीजटाजूटधारी.
93कामशासनकामदेव का दमन करने वाले.
94श्मशाननिलयश्मशानवासी.
95सूक्ष्मइन्द्रियातीत और सर्वव्यापी.
96श्मशानस्थश्मशानभूमि में विश्राम करने वाले.
97महेश्वरसबसे महान् ईश्वर.
98लोककर्ताविश्व जगत की सृष्टि करने वाले.
99मृगपतिमृग के पालक.
100महाकर्ताविराट् ब्रह्माण्ड की सृष्टि करने के समय महान कर्तृत्व से सम्पन्न.

उमापति शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

101महौषधिभवरोग का निवारण करने वाले महान् औषधिरूप.
102उत्तरसंसार सागर से पार उतारने वाले.
103गोपतिस्वर्ग, पृथ्वी, पशु, वाणी, किरण, इन्द्रिय और जल के स्वामी.
104गोप्तारक्षक.
105ज्ञानगम्यतत्त्वज्ञान ज्ञानस्वरूप से ही जानने योग्य.
106पुरातनसबसे पुराने भगवान.
107नीतिन्यायस्वरूप.
108सुनीतिउत्तम नीतिवाले भगवान.
109शुद्धात्माविशुद्ध आत्मस्वरूप.
110सोमउमासहित.
111सोमरतचन्द्रमा
पर प्रेम रखने वाले.
112सुखीआत्मानन्द से परिपूर्ण.
113सोमपसोमपान करने वाले अथवा सोमनाथरूप से चन्द्रमा के पालक.
114अमृतपसमाधि के द्वारा स्वरूपभूत अमृत का आस्वादन करने वाले.
115सौम्यभक्तों के लिये सौम्यरूपधारी.
116महातेजामहान तेज से सम्पन्न.
117महाद्युतिपरमकान्तिमान.
118तेजोमयप्रकाशस्वरूप.
119अमृतमयअमृत के स्वरूप.
120अन्नमयअन्नरूप.
121सुधापतिअमृत के पालक.
122अजातशत्रुजिनके मन में कभी किसी के प्रति शत्रुताभा पैदा नहीं होती.
123आलोकप्रकाशस्वरूप.
124सम्भाव्यसम्मानीय.
125हव्यवाहनअग्निस्वरूप.
126लोककरजगत के स्रष्टा.
127वेदकरवेदों को प्रकट करने वाले वेदों को अस्तित्व देने वाले.
128सूत्रकारढक्कानाद के रूप में चतुर्दश माहेश्वर सूत्रों के प्रणेता.
129सनातननित्यस्वरूप.
130महर्षिकपिलाचार्यसांख्याशास्त्र के प्रणेता भगवान् कपिलाचार्य.
131विश्वदीप्तिअपनी प्रभा से सबको प्रकाशित करने वाले.
132त्रिलोचनतीनों लोकों के द्रष्टा.
133पिनाकपाणिहाथ में पिनाक नामक धनुष धारण करने वाले.
134भूदेवपृथ्वी के देवता ब्राह्मण अथवा पार्थिवलिंगरूप.
135स्वस्तिदकल्याणदाता.
136स्वस्तिकृत्कल्याणकारी.
137सुधीविशुद्ध बुद्धि वाले.
138धातृधामाविश्व को धारण पोषण करने में समर्थ तेज वाले.
139धामकरतेज की सृष्टि करने वाले.
140सर्वगसर्वव्यापी.
141सर्वगोचरसब में व्याप्त.
142ब्रह्मसृक्ब्रह्माजी के उत्पादक.
143विश्वसृक्जगत् के स्रष्टा.
144सर्गसृष्टिस्वरूप.
145कर्णिकारप्रियकनेर के फूल को पसंद करने वाले.
146कवित्रिकालदर्शी, तीनो काल का ज्ञान रखनेवाले.
147शाखकार्तिकेय के छोटे भाई शाखस्वरूप.
148विशाखस्कन्द के छोटे भाई विशाखस्वरूप अथवा विशाख नामक ऋषि.
149गोशाखवेदवाणी की शाखाओं का विस्तार करने वाले.
150शिवमंगलमय.

महाकाल शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

151भिषगनुत्तमभवरोग का निवारण करने वाले वेदों (ज्ञानियों) में सर्वश्रेष्ठ.
152गंगाप्लवोदकगंगा के प्रवाहरूप जल को सिर पर धारण करने वाले.
153भव्यकल्याणस्वरूप.
154पुष्कलपूर्णतम अथवा व्यापक.
155स्थपतिब्रह्माण्डरूपी भवन के निर्माता.
156स्थिरअचंचल अथवा स्थाणुरूप.
157विजितात्मामन को वश में रखने वाले.
158विधेयात्माशरीर, मन और इन्द्रियों से अपनी इच्छा के अनुसार काम लेने वाले.
159भूतवाहनसारथिपांचभौतिक रथ (शरीर) का संचालन करने वाले बुद्धिरूप सारथि.
160सगणप्रथमगानों के साथ रहनेवाले.
161गणकायगणस्वरूप.
162सुकीर्तिउत्तम कीर्तिवाले.
163छिन्नसंशयसंशयों को काट देने वाले.
164कामदेवमनुष्यों द्वारा अभिलिषत समस्त कामनाओं के अधिष्ठाता परमदेव.
165कामपालसकाम भक्तों की कामनाओं को पूर्ण करने वाले.
166भस्मोद्धूलितविग्रहअपने श्रीअंगों में भस्म रमाने वाले.
167भस्मप्रियभस्म के प्रेमी.
168भस्मशायीभस्म पर शयन करने वाले.
169कामीअपने प्रिय भक्तों को चाहने वाले.
170कान्तपरम कमनीय प्राणवल्लभरूप.
171कृतागमसमस्त तंत्रशास्त्रों के रचियता.
172समावर्तसंसारचक्र को भली भांति घुमाने वाले.
173अनिवृत्तात्मासर्वत्र विद्यमान होने के कारण जिनकी आत्मा कहीं से भी हटी नहीं है.
174धर्मपुंजधर्म या पुण्य की राशि.
175सदाशिवनिरंतर कल्याणकारी.
176अकल्मषपापरहित.
177चतुर्बाहुचार भुजाधारी.
178दुरावासजिन्हें योगीजन भी बड़ी कठिनाई से अपने हृदयमन्दिर में बसा पाते हैं.
179दुरासदपरम दुर्जय.
180दुर्लभभक्तिहीन पुरुषों को कठिनता से प्राप्त होने वाले.
181दुर्गमजिनके निकट पहुंचना किसी के लिये भी कठिन है.
182दुर्गपाप-ताप से रक्षा करने के लिये दुर्गरूप अग्रवा दुर्ज्ञेय.
183सर्वायुधविशारदसम्पूर्ण अस्त्रों के प्रयोग की कला में कुशल.
184अध्यात्म-योगनिलयअध्यात्मयोग में स्थित.
185सुतन्तुसुन्दर विस्तृत जगतरूप तंतु वाले.
186तंतुवर्धनजगत्-रूप तंतु को बढ़ाने वाले.
187शुभांगसुन्दर अंगों वाले.
188लोकसारंगलोकसारग्राही.
189जगदीशजगत के स्वामी.
190जनार्दनभक्तजनों की याचना के आलम्बन.
191भस्मशुद्धिकरभस्म के शुद्धि का सम्पादन करने वाले.
192मेरुसुमेरु पर्वत के समान केन्द्ररूप.
193ओजस्वीतेज और बल से सम्पन्न.
194शुद्धविग्रहनिर्मल शरीर वाले.
195असाध्यसाधन-भजन से दूर रहने वाले लोगों के लिये अलभ्य.
196साधुसाध्यसाधन भजन परायण सत्पुरुषों के लिये साध्य.
197भृत्यमर्कटरूपधृक्श्रीराम के सेवक वानर हनुमान् का रूप का धारण करने वाले.
198हिरण्यरेताअग्निस्वरूप अथवा सुवर्णमय वीर्यवाले.
199पौराणपुराणों द्वारा प्रतिपादित.
200रिपुजीवहरशत्रुओं के प्राण हर लेने वाले.

महा औगरदानी शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

201बलीबलशाली.
202महाहदपरमानन्द के महान् सरोवर.
203सिद्धवृन्दावन्दितसिद्धों और देवताओं द्वारा वन्दित.
204महागर्तमहान आकाशरूप.
205व्याघ्रचर्माम्बरव्याघ्रचर्म को वस्त्र के समान धारण करने वाले.
206व्यालीसपों को आभूषण की भांति धारण करने वाले.
207महाभूतत्रिकाल में भी कभी नष्ट न होने वाले महाभूतस्वरूप.
208महानिधिसब के महान निवासस्थान.
209अमृताशजिनकी आशा कभी विफल न हो ऐसे अमोघसंकल्प.
210अमृतवपुजिनका कलेवर कभी नष्ट न हो ऐसे नित्यविग्रह.
211पांचजन्यपांचजन्य नामक शंख स्वरूप.
212प्रभंजनवायुस्वरुप अथवा संहारकारी.
213पंचविंशतितत्त्वस्यप्रकृति, महत्तत्त्व (बुद्धि), अहंकार,चक्षु,श्रोत्र, घ्राण,रसना,त्वक,वाक, पाणि, पायु,पाद,उपस्थ,मन,शब्द,स्पर्श,रूप,रस,गंध, , पृथ्वी, जल, तेज, वायु और
आकाश इन चौबीस जड़ तत्त्वों सहित पचीसर्वे चेतनतत्त्वपुरुष में व्याप्त.
214पारिजातयाचकों की इच्छा पूर्ण करने में कल्पवृक्षरूप.
215परावरकारण-कार्यरूप.
216सुलभनित्य निरन्तर चिंतन करने वाले एकनिष्ठ श्रद्धालु भक्त को सुगमता से प्राप्त होने वाले.
217सुव्रतउत्तमव्रतधारी.
218शूरशौर्यसम्पन्न.
219ब्रह्मवेदनिधिब्रहमा और वेद के प्रादुर्भाव के स्थान.
220निधिजगतरूपी रत्न के उत्पत्तिस्थान.
221वर्णाश्रमगुरुवर्णों और आश्रमों के गुरु.
222वर्णीब्रह्मचारी.
223शत्रुजित्अंधकासुर आदि शत्रुओं को जीतने वाले.
224शत्रुतापनशत्रुओं को संताप देने वाले.
225आश्रमसबके विश्रामस्थान.
226क्षपणजन्म-मरण के कष्ट का मूलोच्छेद करने वाले.
227क्षामप्रलयकाल में प्रजा को क्षीण करने वाले.
228ज्ञानवान्महा ज्ञानी.
229अचलेश्वरपर्वतों अथवा स्थावर पदार्थों के स्वामी.
230प्रमाणभूतनित्यसिद्ध प्रमाणरूप.
231दुर्ज्ञेयकठिनता से जानने योग्य.
232सुपर्णवेदमय सुन्दर पंखवाले गरुड़रूप.
233वायुवाहनअपने भय से वायु को प्रवाहित करने वाले.
234धनुर्धरपिनाकधारी.
235धनुर्वेदधनुर्वेद( यजुर्वेद का एक उपवेद) के ज्ञाता.
236गुणराशिअनन्त कल्याणमय गुणों की राशि.
237गुणाकरसद्गुण स्वरूप.
238सत्यसत्यस्वरूप.
239सत्यपरसत्यपरायण.
240अदीनदीनता से रहित उदार.
241धर्मांगधर्ममय विग्रह वाले.
242धर्मसाधनधर्म का अनुष्ठान करने वालें.
243अनन्तदृष्टिअसीमित दृष्टि वाले.
244आनन्दपरमानन्दमय.
245दण्डदुष्टों को दण्ड देने वाले अथवा दण्डस्वरूप.
246दमयितादुर्दन्ति दानवों का दमन करने वाले.
247दमदमनस्वरूप.
248अभिवाद्यप्रणाम करने योग्य.
249महामायमायावियों को भी मोहने वाले महामायावी.
250विश्वकर्मविशारदसंसार की सृष्टि करने में कुशल.

पंचमहाभूत नियंत्रक शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

251वीतरागपूर्णतया विरक्त.
252विनीतात्मामन से विनयशील अथवा मन को वश में रखनेवाले.
253तपस्वीतपस्यापरायण.
254भूतभावनसम्पूर्ण भूतों के उत्पादक एवं रक्षक.
255उन्मत्तवेषपागलों के समान वेष धारण करने वाले.
256प्रच्छन्नमाया के पर्दे में छिपे हुए.
257जितकामकामविजयी.
258अजितप्रियभगवान् विष्णु के प्रेमी.
259कल्याणप्रकृतिकल्याणकारी स्वभाव वाले.
260कल्पसमर्थ.
261सर्वलोकप्रजापतिसम्पूर्ण लोकों की प्रजा के पालक.
262तरस्वीवेगशाली.
263तारकउद्धारक.
264धीमान्विशुद्ध बुद्धि से युक्त.
265प्रधानसबसे श्रेष्ठ.
266प्रभुसर्वसमर्थ.
267अव्ययअविनाशी.
268लोकपालसमस्त लोकों की रक्षा करने वाले.
269अन्तर्हितात्माअन्तर्यामी आत्मा अथवा अदृश्य स्वरूप वाले.
270कल्पादिकल्प के आदि कारण.
271कमलेक्षणकमल के समान नेत्रवाले.
272वेदशास्त्रार्यतत्त्वज्ञवेदों और शास्त्रों के अर्थ एवं तत्व को जानने वाले.
273अनियमनियंत्रणरहित.
274नियताश्रयसबके सुनिश्चित आश्रयस्थान.
275चन्द्रचन्द्रमारूप से आहह्लादकारी.
276सूर्यसबकी उत्पत्ति के हेतुभूत सूर्य.
277शनिशनिस्वरूप.
278केतुकेतुस्वरूप.
279वरांगसुंदर शरीर वाले.
280विद्रुमच्छविमूंगे की सी लाल कान्ति वाले.
281भक्तिवश्यभक्ति के द्वारा भक्त के होने वाले.
282परब्रह्मपरमात्मा.
283मृगबाणार्पणमृगरूपधारी यज्ञ पर बाण चलाने वाले.
284अनघपापरहित.
285अद्रिकैलास आदि पर्वतस्वरूप.
286अद्रयालयकैलास और मन्दर आदि पर्वतों पर निवास करने वाले.
287कान्तसबके प्रियतम्.
288परमात्मापरब्रह्म परमेश्वर.
289जगद्गुरुसमस्त संसार के गुरु.
290सर्वकर्मालयसम्पूर्ण कर्मों के आश्रयस्थान.
291तुष्टसदा प्रसन्न.
292मंगल्यमंगलकारी.
293मंगलावृतमंगलकारिणी शक्ति से संयुक्त.
294महातपामहान् तपस्वी.
295दीर्घतपादीर्घकाल तक तप करने वाले.
296स्थविष्ठअत्यन्त स्थूल.
297स्थविरो ध्रुवअति प्राचीन एवं अत्यन्त स्थिर.
298अहः संवत्सरदिन एवं संवत्सर आदि कालरूप से स्थित अंश कालस्वरूप.
299व्याप्तिव्यापकतास्वरूप.
300प्रमाणम्प्रत्यक्षादि प्रमाणस्वरूप.

नंदी की सवारी करनेवाले शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

301परमं तपउत्कृष्ट तपस्या स्वरूप.
302संवत्सरकरसंवत्सर आदि कालविभाग के उत्पादक.
303मंत्रप्रत्ययवेद आदि मंत्रों से प्रतीत होने योग्य.
304सर्वदर्शनसबके के साक्षी.
305अजअजन्मा.
306सर्वेश्वरसबके शासक.
307सिद्धसिद्धियों के आश्रय.
308महारेताश्रेष्ठ वीर्य वाले.
309महाबलप्रमथगणों की महती सेना से सम्पन्न.
310योगी योग्यसुयोग्य योगी.
311महातेजामहान् तेज से सम्पन्न.
312सिद्धिसमस्त साधनों के फल.
313सर्वादिसब भूतों के आदिकारण.
314अग्रहइन्द्रियों की ग्रहण शक्ति के अविषय.
315वसुसब भूतों के वासस्थान.
316वसुमनाउदार मन वाले.
317सत्यसत्यस्वरूप.
318सर्वपापहरो हरसमस्त पापों का अपहरण करने के कारण हर नाम से प्रसिद्ध.
319सुकीर्तिशोभनउत्तम कीर्ति से सुशोभित होने सम्पन्न.
320श्रीमान्विभूतिस्वरूपा उमा से संपन्न.
321वेदांगवेदरूप अंगों वाले.
322वेदविन्मुनिवेदों का विचार करने वाले मननशील मुनि.
323भाजिष्णुएकरस प्रकाशस्वरूप.
324भोजनम्ज्ञानियों द्वारा भोगने योग्य अमृतस्वरुप.
325भोक्तापुरुषरूप से उपभोग करने वाले.
326लोकनाथभगवान् विश्वनाथ.
327दुराधरअजितेन्द्रिय पुरुषों द्वारा जिनकी आराधना अत्यन्त कठिन है.
328अमृतः शाश्वतसनातन अमृतस्वरूप.
329शान्तशान्तिमय.
330बाणहस्तः प्रतापवान्हाथ में बाण धारण करने वाले प्रतापी वीर.
331कमण्डलुधरकमण्डलु धारण करने वाले.
332धन्वीपिनाकधारी.
333अवाङ्मनसगोचरमन और वाणी के अविषय.
334अतीन्द्रियो महामायइन्द्रियातीत एवं महामायावी.
335सर्वावाससबके वासस्थान.
336चतुष्पयचारों पुरुषार्थों की सिद्धि के एक मात्र मार्ग.
337कालयोगीप्रलय के समय सबको काल से संयुक्त करने वाले.
338महानादगम्भीर शब्द करने वाले अथवा अनाहत बादरूप.
339महोत्साहो महाबलमहान उत्साह और बल से सम्पन्न.
340महाबुद्धिश्रेष्ठ बुद्धिवाले.
341महावीर्यअनन्त पराक्रमी.
342भूतचारीभूतगणों के साथ विचरण वाले.
343पुरंदरत्रिपुरसंहारक.
344निशाचररात्रि में विचरण करने वाले.
345प्रेतचारीप्रेतों के साथ भ्रमण करने वाले.
346महाशक्तिर्महाद्युतिअनन्त शक्ति एवं श्रेष्ठ कान्ति से सम्पन्न.
347अनिर्देश्यवपुअनिर्वचनीय स्वरूप वाले.
348श्रीमान्ऐश्वर्यवान्.
349सर्वाचार्यमनोगतिसबके लिये अविचार्य मनोगतिवाले.
350बहुश्रुतबहुज्ञ अथवा सर्वज्ञ.

महायोगी शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

351अमहामायबड़ी से बड़ी माया भी जिन पर प्रभाव नहीं डाल सकती.
352नियतात्मामन को वश में रखने वाले.
353ध्रुवोऽध्रुवध्रुव (नित्य कारण) और अध्रुव (अनित्यकार्य) रूप.
354ओजस्तेजोद्युतिधरओज (प्राण और बल) तेज (शौर्य आदि गुण) तथा ज्ञान की दीप्ति को धारण करने वाले.
355जनकसबके उत्पादक.
356सर्वशासनसबके शासक.
357नृत्यप्रियनृत्य के प्रेमी.
358नित्यनृत्यप्रतिदिन ताण्डव नृत्य करने वाले.
359प्रकाशात्माप्रकाशस्वरूप.
360प्रकाशकसूर्य आदि को भी प्रकाश देने वाले.
361स्पष्टाक्षरओंकाररूप स्पष्ट अक्षर वाले.
362बुधज्ञानवान.
363मंत्रऋक, साम और यजुर्वेद के मंत्रस्वरूप.
364समानसबके प्रति समान भाव रखने वाले.
365सारसम्प्लवसंसार सागर से पार होने के लिये नौकारूप.
366युगादिकृद्युगावर्तयुगादि का आरम्भ करने वाले तथा चारों युगों को चक्र की तरह घुमाने वाले.
367गम्भीरगाम्भीर्य ये युक्त.
368वृषवाहननन्दी नामक वृषभ (बैल) पर सवार होने वाले.
369इष्टपरमानन्दस्वरूप होने से प्रिय.
370अविशिष्टसम्पूर्ण विशेषणों से रहित.
371शिष्टेष्टशिष्ट पुरुषों के इष्टदेव.
372सुलभअनन्यचित्त से निरन्तर स्मरण करने वाले वाले भक्तों के लिये सुगमता से प्राप्त होने योग्य.
373सारशोधनसारतत्त्व की खोज करने वाले.
374तीर्थरूपतीर्थस्वरूप.
375तीर्थनामातीर्थनामधारी अथवा जिनका नाम भवसागर से पार लगाने वाला है.
376तीर्थदृश्यतीर्थसेवन से अपने स्वरूप का दर्शन कराने वाले अथवा गुरु कृपा से प्रत्यक्ष होने वाले.
377तीर्थदचरणोदक स्वरूप तीर्थ को देने वाले.
378अपांनिधिजल के निधान समुद्ररूप.
379अधिष्ठानम्उपादान कारणरूप से सब भूतों के आश्रय अथवा जगतरूप प्रपंच के अधिष्ठान.
380दुर्जयजिनको जीतना कठिन है.
381जयकालवित्विजय के अवसर को समझने वाले.
382प्रतिष्ठितअपनी महिमा में स्थित.
383प्रमाणज्ञप्रमाणों के ज्ञाता.
384हिरण्यकवचःसुवर्णमय कवच धारण करने वाले.
385हरिश्रीहरिस्वरूप.
386विमोचनसंसारबंधन से सदा के लिये छुड़ा देने वाले.
387सुरगणदेवसमुदायस्वरूप.
388विद्येशसम्पूर्ण विद्याओं के स्वामी.
389विंदुसंश्रयबिन्दुरूप प्रणव के आश्रय.
390बालरूपबालक का रूप धारण करने वाले.
391अबलोन्मत्तबल से उन्मत्त न होने वाले.
392अविकर्ताविकाररहित.
393गहनदुर्बोधस्वरूप या अगम्य.
394गुहमाया से अपने यथार्थ स्वरूप को छिपाये रखने वाले.
395करणम्संसार की उत्पत्ति के सबसे बड़े साधन.
396कारणम्जगत् के उपादान और निमित्त कारण.
397कर्तासबके रचियता.
398सर्वबंधविमोचनसम्पूर्ण बंधनों से छुड़ाने वाले.
399व्यवसायनिश्चयात्मक ज्ञानस्वरूप.
400व्यवस्थानसम्पूर्ण जगत की व्यवस्था करने वाले.

त्रिदेवो में पहले शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

401स्थानदध्रुव आदि भक्तों का अविचल स्थिति प्रदान करने वाले.
402जगदादिजहिरण्यगर्भरूप से जगत के आदि में प्रकट होने वाले.
403गुरुदश्रेष्ठ वस्तु प्रदान करने वाले अथवा जिज्ञासुओं को गुरु की प्राप्ति कराने वाले.
404ललितसुन्दर स्वरूप वाले.
405अभेदभेदरहित.
406भावात्माऽऽत्मनि संस्थितसत्यस्वरूप आत्मा में प्रतिष्ठित.
407वीरेश्वरवीरशिरोमणि.
408वीरभद्रवीरभद्र नामक गणाध्यक्ष.
409वीरासनविधिवीरासन से बैठने वाले.
410विराट्अखिलब्रह्माण्डस्वरूप.
411वीरचूडामणिवीरों में सर्वश्रेष्ट.
412वेत्ताविद्वान्.
413चिदानन्दविज्ञानानन्दरवरूप.
414नदीघरमस्तक पर गंगाजी को धारण करने वाले.
415आज्ञाधारआज्ञा का पालन करने वाले.
416त्रिशूलीत्रिशूलधारण करने वाले.
417शिपिविष्टतेजोमयी किरणों से व्याप्त.
418शिवालयभगवती शिवा के आश्रय.
419वालखिल्यवालखिल्य ऋषिरूप.
420महाचापमहान् धनुर्धर.
421तिग्मांशुसूर्यरूप.
422बधिरलौकिक विषयों की चर्चा न सुनने वाले.
423खगआकाशचारी.
424अभिरामपरम सुन्दर.
425सुशरणसबके लिये सुन्दर आश्रयरूप.
426सुब्रह्मण्यब्राह्मणों के परम हितैथी.
427सुधापतिअमृतकलश के रक्षक.
428मघवान् कौशिककुशिकवंशीय इन्द्रस्वरूप.
429गोमान्प्रकाशकिरणों से युक्त.
430विरामसमस्त प्राणियों के लय के स्थान.
431सर्वसाधनसमस्त कामनाओं को सिद्ध करनेवाले.
432ललाटाक्षललाट में तीसरा नेत्र धारण करनेवाले.
433विश्वदेहजगत्स्वरूप.
434सारसारतत्वरूप.
435संसारचक्रभृत्संसार चक्र को धारण करन वाले.
436अमोघदण्डजिनका दण्ड कभी व्यर्थ नहीं जाता है.
437मध्यस्तउदासीन.
438हिरन्यसुवर्ण अथवा तेज स्वरूप.
439ब्रह्मवर्चसीब्रह्मतेज से संपन्न.
440परमार्थमोक्षरूप उत्कृष्ट अर्थ की प्राप्ति कराने वाले.
441परोमयीमहामायावी.
442शम्बरकल्याणप्रद.
443व्याघ्रलोचनबाघ के सामान भयानक आँखों वाले.
444रुचिदीप्तिरूप.
445विरन्चिब्रह्मस्वरूप.
446स्वर्बन्धुस्वर्लोक में बंधु के समान सुखद.
447वाचस्पतिवाणी के अधिपति.
448अहपतिदिन के स्वामी स्वरुप.
449रविसमस्त रसों का शोषण करनेवाले.
450विरोचनविविध पराक्र के प्रकाश फ़ैलाने वाले.

त्रिनेत्र शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

451स्कन्दस्वामी कार्तिकेयरूप.
452शास्ता वैवस्वतो यमसब पर शासन करने वाले सूर्यकुमार यम.
453युक्तिरुन्नतकीर्तिअष्टांगयोग स्वरूप तथा ऊर्ध्वलोक में फैली हुई कीर्ति से युक्त.
454सानुरागभक्तजनों पर प्रेम रखने वाले.
455परंजयदूसरों पर विजय पाने वाले.
456कैलासाधिपतिकैलास के स्वामी.
457कान्तकमनीय अथवा कान्तिमान्.
458सवितासमस्त जगत् को उत्पन्न करने वाले.
459रविलोचनसूर्यरूप नेत्रवालें.
460विद्वतमविद्वानों में सर्वश्रेष्ठ, परम विद्वान.
461वीतभयराब प्रकार के भय से रहित.
462विश्वभर्ताजगत का भरण-पोषण करने वाले.
463अनिवारितजिन्हें कोई रोक नहीं सकता.
464नित्यसत्यस्वरूप.
465नियतकल्याणसुनिश्चित रूप से कल्याणकारी.
466पुण्यश्रवणकीर्तनजिनके नाम, गुण, महिमा और स्वरूप के श्रवण तथा कीर्तन परम पावन हैं.
467दूरश्रवासर्वव्यापी होने के कारण दूर की बात भी सुन लेने वाले.
468विश्वसहभक्तजनों के सब अपराधों को कृपापूर्वक सह लेने वाले.
469ध्येयध्यान करने योग्य.
470दुःस्वप्ननाशनचिन्तन करने मात्र से बुरे स्वप्नों को नाश करने वाले.
471उत्तारणसंसार सागर से पार उतारने वाले.
472दुष्कृतिहापापों का नाश करने वालें.
473विज्ञेयजानने के योग्य.
474दुस्सहजिनके वेग को सहन करना दूसरों के लिये अत्यन्त कठिन है.
475अभवसंसार बंधन से रहित अथवा अजन्मा.
476अनादिजिनका कोई आदि नहीं है.
477भूर्भुवो लक्ष्मीभूर्लोक और भुवर्लोक की शोभा.
478किरीटिमुकुटधारी.
479त्रिदशाधिपदेवताओं के स्वामी.
480विश्वगोप्ताजगत् के रक्षक.
481विश्वकर्तासंसार की सृष्टि करने वाले.
482सुवीरश्रेष्ठ वीर.
483रुचिरांगदसुंदर बाजूबंद धारण करनेवाले.
484जननप्राणिमात्र को जन्म देनेवाले.
485जनजन्मादिजन्म लेने वालों के जन्म के मूल कारण.
486प्रीतिमान्प्रसन्न.
487नीतिमान्सदा नीतिपरायण.
488धवसबके स्वामी.
489वसिष्ठवसिष्ठ ऋषिरुप.
490कश्यपद्रष्टा अथवा कश्यप मुनिरुप.
491भानुप्रकाशमान अथवा सूर्यरूप.
492भीमदुष्टों को भय देने वाले.
493भीमपराक्रमअतिशय भयदायक पराक्रम से युक्त.
494प्रणवओंकारस्वरूप.
495सत्पथाचारसत्पुरुषों के मार्ग पर चलनेवाले.
496महाकोशअन्नमयादि पावों कोशों को अपने भीतर धारण करने के कारण महाकोशरूप.
497महाधनअपरिमित ऐश्वर्यवाले अथवा कुबेर को भी धन देने के कारण महाधनवान.
498जन्माधिपजन्मरूपी कार्य के अध्यक्ष.
499महादेवसर्वोत्कृष्ट देवता.
500सकलागमपारगसमस्त शास्त्रों के पारंगत विद्वान.

नीलकंठ शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

501तत्त्वम्यथार्थ तत्त्वरूप.
502तत्त्ववित्यथार्थतत्त्व को पूर्णतया जानने वाले.
503एकात्माअद्वितीय आत्मवरूप.
504विभुसर्वत्र व्यापक.
505विश्वभूषणसम्पूर्ण विश्व को उत्तम गुण से विभूषित करने वाले.
506ऋषिमंत्रद्रष्टा.
507ब्राह्मणब्रह्मवेत्ता.
508ऐश्वर्यजन्ममृत्युजरातिगऐश्वर्य, जन्म, मृत्यु और जरा
से
अतीत.
509पंचयज्ञसमुत्पत्तिपंचमहायज्ञों की उत्पत्ति के हेतु.
510विश्वेशविश्वनाथ.
511विमलोदयनिर्मल अभ्युदय की प्राप्ति कराने वाले धर्मरूप.
512आत्मयोनिस्वयम्भू.
513अनाद्यन्तआदि अन्त से रहित.
514वत्सलभक्तों के प्रति वात्सल्य स्नेह से युक्त.
515भक्तलोकधृक्भक्तजनों के आश्रय.
516गायत्रीवल्लभगायत्री मंत्र के प्रेमी.
517प्रांशुऊँचे शरीर बाले.
518विश्वावाससम्पूर्ण जगत् आवासस्थान.
519प्रभाकरसूर्यरूप.
520शिशुबालकरूप.
521गिरिरतकैलास पर्वत पर रमण करने वाले.
522सम्राटदेवेश्वरों के भी ईश्वर.
523सुषेण: सुरशत्रुहाप्रमथगणों की सुन्दर सेना से युक्त तथा देवशत्रुओं का संहार करने वाले.
524अमोघोऽरिष्टनेमिअमोघ संकल्प वाले महर्षि कश्यपरूप.
525कुमुदभूतल को आहलाद प्रदान करने वाले चन्द्रमारूप.
526विगतज्वरचिंतारहित.
527स्वयंज्योतिस्तनुज्योतिअपने ही प्रकाश से प्रकाशित होने वाले सूक्ष्मज्योतिःस्वरूप.
528आत्मज्योतिअपने स्वरूपभूत ज्ञान की प्रभा से प्रकाशित.
529अचंचलचंचलता से रहित.
530पिंगलपिंगलवर्ण वाले.
531कपिलश्मश्रुकपिल वर्ण की दाढ़ी मूंछ रखने वाले दुर्वासा मुनि के रूप में अवतीर्ण.
532भालनेत्रललाट में तृतीय नेत्र धारण करने वाले..
533त्रयीतनुतीनों लोक या तीनों वेद जिनके स्वरूप है.
534ज्ञानस्कन्दो महानीतिज्ञानप्रद और श्रेष्ठ नीतिवाले.
535विश्वोत्पत्तिजगत् के उत्पादक.
536उपप्लवसंहारकारी.
537भगो विवस्वानादित्यअदितिनन्दन भग एवं विवस्वान्.
538योगपारयोगविद्या में पारंगत.
539दिवस्पतिस्वर्गलोक के स्वामी.
540कल्याणगुणनामाकल्याणकारी गुण और नाम वाले.
541पापहापापनाशक.
542पुण्यदर्शनपुण्यजनक दर्शनवाले अथवा पुण्य से ही जिनका दर्शन होता है.
543उदारकीर्तिउत्तम कीर्तिवाले.
544उद्योगीउद्योगशील.
545सद्योगीश्रेष्ठ योगी.
546सदसन्मयसदसत्स्वरूप.
547नक्षत्रमालीनक्षत्रों की माला से अलंकृत आकाशरूप.
548नाकेशस्वर्ग के स्वामी.
549स्वाधिष्ठानपदाश्रयस्वाधिष्ठान चक्र
के
आश्रय.
550पवित्रपापहारी.
551मणिपुरमणिपुर नामक चक्रस्वरूप.
552नभोगतिआकाशचारी.
553हत्पुण्डरीकमासीनहृदयकमल में स्थित.
554शक्रइन्द्ररूप.
555शान्तशान्तस्वरूप.
556वृषाकपिहरिहर.
557उष्णहालाहल विष की गर्मी से उष्णायुक्त.
558गृहपतिसमस्त ब्रह्माण्डरूपी घर के स्वामी.
559कृष्णसच्चिदानन्दस्वरूप.
560समर्थसामर्थ्यशाली.
561अनर्थनाशनअनर्थ का नाश करने वाले.
562अधर्मशत्रुअधर्मनाशक.
563अज्ञेयबुद्धि की पंहुच से परे अथवा जानने में न आने वाले.
564पुरुहूतः पुरुश्रुतबहुत से नामों द्वारा पुकारे और सुने जाने वाले.
565ब्रह्मगर्भब्रह्मा जिनके गर्भस्थ शिशु के समान है.
566बृहदगर्भविश्वब्रहमाण्ड प्रलयकाल में जिनके गर्भ में रहता है.
567धर्मधेनुधर्मरूपी वृषभ को उत्पन्न करने के लिये धेनुस्वरूप.
568धनागमधन की प्राप्ति कराने वाले.
569जगद्धितैषीसमस्त संसार का हित चाहने वाले.
570सुगतउत्तम ज्ञान से सम्पन्न अथवा बुद्धस्वरूप.
571कुमारकार्तिकेवरूप.
572कुशलागमकल्याणदाता.
573हिरण्यवर्णो ज्योतिष्मान्सुवर्ण के समान गौरवर्ण वाले तथा तेजस्वी.
574नानाभूतरतनाना प्रकार के भूतों के साथ क्रीडा करने वाले.
575ध्वनिनादस्वरूप.
576अरागआसक्तिशून्य.
577नयनाध्यक्षक्षेत्रों में द्रष्टयरूप से विद्यमान.
578विश्वामित्रसम्पूर्ण जगत् के प्रति मैत्री भावना रखने वाले मुनिस्वरूप.
579धनेश्वरधन के स्वामी कुबेर.
580ब्रह्मज्योतिज्योति स्वरूप ब्रह्म.
581वसुधामासुवर्ण और रत्नों के तेज से प्रकाशित अथवा वसुधास्वरूप.
582महाज्योतिरनुत्तमसूर्य आदि ज्योतियों के प्रकाशक सर्वोत्तम महाज्योतिः स्वरूप.
583मातामहमातृकाओं के जन्मदाता होने के कारण मातामह.
584मातरिश्वा नभस्वान्आकाश में विचरण करने वाले वायुदेव.
585नागहारघृक्सर्पमय हार धारण करने वाले.
586पुलस्त्यपुलस्त्य नामक मुनि.
587पुलहपुलह नामक ऋषि.
588अगस्त्यकुम्भजन्मा अगस्त्य ऋषि.
589जातूकर्ण्यजातूकर्ण्य नाम से प्रसिद्ध मुनि.
590पराशरशक्ति के पुत्र तथा व्यास जी के पिता मुनिवर पयशर.
591निरावरणनिर्वारआवरणशून्य तथा अवरोधरहित.
592वैरंचयब्रह्माजी के पुत्र बीललोहित रुद्र.
593विष्टरश्रवाविस्तृत यशवाले विष्णुस्वरूपं.
594आत्मभूस्वयम्भू ब्रह्मा.
595अनिरुद्धअकुण्ठित गति वाले.
596अत्रिअत्रि नामक ऋषि अथवा गुणातीत.
597ज्ञानमूर्तिज्ञानस्वरूप.
598महायशामहायशस्वी.
599लोकवीराग्रणीविश्वविख्यात वीरों में अग्रगण्य.
600वीरमहा शूरवीर.

भोलेनाथ महादेव शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

601चण्डप्रलय के समान अत्यन्त क्रोध करने.
602सत्यपराक्रमसच्चे पराक्रमी.
603व्यालाकल्पसर्पों के आभूषण से श्रृंगार करने वाले.
604महाकल्पमहाकल्पसंज्ञक कालस्वरूपवाले.
605कल्पवृक्षशरणागतों की इच्छा पूर्ण करने के लिये कल्पवृक्ष के समान उदार.
606कलाधारचन्द्रकलाधारी.
607अलंकरिष्णुअलंकार धारण करने वाले या कराने वाले.
608अचलविचलित न होने वाले.
609रोचिष्णुप्रकाशमान.
610विक्रमोन्नतपराक्रम में सर्वोत्तम.
611आयुः शब्दापतिआयु तथा वाणी के स्वामी.
612वेगी प्लवनवेगशाली कूदने तैरने तथा.
613शिशिसारथीअग्निरूप सहायक वाले.
614असंसृष्टनिर्लेप.
615अतिथिप्रेमी भक्तों के घर पर अतिथि की भांति उपस्थित हो उनका सत्कार ग्रहण करने वाले.
616शक्रप्रमाथीइंद्र का मान मर्दन करने वाले.
617पादपासनवृक्षों पर या वृक्षों के नीचे आसन लगाने वाले.
618वसुश्रवायशरूपी धन से सम्पन्न.
619हव्यवाहअग्निस्वरूप.
620प्रतप्तसूर्यरूप से प्रचण्ड ताप देने वाले.
621विश्वभोजनप्रलयकाल में विश्व ब्रह्माण्ड को अपना ग्रास बना लेने वाले.
622जप्यजपने योग्य नाम वाले.
623जरादिशमनबुढ़ापा आदि दोषों का निवारण करने वाले.
624लोहितात्मा तननूपात्लोहितवर्ण वाले अग्निरूप.
625बृहदश्वविशाल अश्ववाले.
626नभोयोनिआकाश के उत्पति के स्थान.
627सुप्रतीकसुन्दर शरीर वाले.
628तमिस्रहाअज्ञानान्धकारनाशक.
629निदाघस्तपनतपने वाले ग्रीष्मरूप.
630मेघबादलों से उपलक्षित वर्षारूप.
631स्वक्षसुन्दर क्षेत्रों वाले.
632परपुरंजयत्रिपुररूप शत्रुनगरी पर विजय पाने वाले.
633सुखानिलसुखदायक वायु को प्रकट करने वाले शरत्कालरूप.
634सुनिष्पन्नजिसमें अन्न का सुन्दर रूप से परिपाक होता है, वह हेमन्मकालरूप.
635सुरभिः शिशिरात्मकसुगन्धित मलयानिल से युक्त शिशिर ऋतुरूप.
636वसन्तो माघवचैत्र वैशाख इन दो मासों से युक्त वसन्तरूप.
637ग्रीष्मग्रीष्म ऋतुरूप.
638नभस्यभाद्रपदमासरूप.
639बीजवाहनधान आदि के बीजों की प्राप्ति कराने वाला शरत्काल.
640अंगिरा गुरुअंगिरा नामक ऋषि तथा उनके पुत्र देवगुरु बृहस्पति.
641आत्रेयअत्रिकुमार दुर्वासा.
642विमलनिर्मल.
643विश्ववाहनसम्पूर्ण जगत् का निर्वाह कराने वाले.
644पावनपवित्र करने वाले.
645सुमतिर्विद्वान्उत्तम बुद्धिवाले विद्वान.
646त्रैविद्यतीनो वेदों के विद्वान अथवा तीनो वेदों द्वारा प्रतिपादित.
647वरवाहनवृषभरूप वाहन वाले.
648मनोबुद्धिरंहकारमन, बुद्धि और अहंकारस्वरूप.
649क्षेत्रज्ञआत्मा.
650क्षेत्रपालकशरीररूपी क्षेत्र का पालन करने वाले परमात्मा.

परमात्मा शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

651जमदग्निजमदग्नि नामक ऋषिरूप.
652बलनिधिअनन्त बल के सागर.
653विगालअपनी जटा से गंगा जल को टपकाने वाले.
654विश्वगालवविश्वविख्यात गालव मुनि अथवा प्रलयकाल में कालाग्निरवरूप से जगत को निगल जाने वाले.
655अघोरअघोरवरूप.
656अनुत्तरसर्वश्रेष्ट.
657यज्ञः श्रेष्ठश्रेष्ठ यज्ञरूप.
658निःश्रेयसप्रदकल्याणदाता.
659शैलशिलामय लिंगरूप.
660गगनकुंदाभआकाशकुन्द चन्द्रमा के समान गौर कान्तिवाले.
661दानवारिदानव शत्रु.
662अरिंदमशत्रुओं का दमन करने वाले.
663रजनीजनकश्चारुसुन्दर निशाकररूप.
664निःशल्यनिष्कंटक,कष्टरहित.
665लोकशल्यधृक्शरणागतजनों के शोक शल्य को निकालकर स्वयं धारण करने वाले.
666चतुर्वेदचारों वेदों के जानने योग्य.
667चतुर्भावचारों पुरुषार्थो की प्राप्ति करनेवाले.
668चतुरश्तुरप्रियचतुर एवं चतुर पुरुषों के प्रिय.
669आम्नायवेदरवरूप.
670समाम्नायअक्षरसमाम्नाय - शिवसूत्ररूप.
671तीर्यदेवशिवालयतीर्थों के

देवता और शिवालयरूप.
672बहुरूपअनेक रूपवाले.
673महारूपविराट् रूपधारी.
674सर्वरूपश्चराचरचर और अचर सम्पूर्ण रूपवाले.
675न्यायनिर्मायको न्यायीन्यायकर्ता तथा न्यायशील.
676न्यायगम्यन्याययुक्त आचरण से प्राप्त होने योग्य.
677निरंजननिर्मल.
678सहस्रमूर्द्धासहस्रों सिर वाले.
679देवेन्द्रदेवताओं के स्वामी.
680सर्वशस्त्रप्रभंजनविपक्षी योद्धाओं के सम्पूर्ण शस्त्रों को नष्ट कर देने वाले.
681मुण्डमुंडे हुए सिर वाले सन्यासी.
682विरूपविविध रूपवाले.
683विक्रान्तविक्रमशील.
684दण्डीदण्डधारी.
685दान्तमन और इन्द्रियों का दमन करने वाले.
686गुणोत्तमगुणों में सबसे श्रेष्ठ.
687पिंगलाक्षपिंगल नेत्रवाले.
688जनाध्यक्षजीवमात्र के साक्षी.
689नीलग्रीवनीलकण्ठ.
690निरामयनीरोग.
691सहस्रबाहुसहस्त्र भुजाओं से युक्त.
692सर्वेशसबके स्वामी.
693शरण्यशरणागत हितैषी.
694सर्वलोकधृक्सम्पूर्ण लोकों को धारण करने वाले.
695पद्मासनकमल के आसन पर विराजमान.
696परं ज्योतिस्वयम प्रकाशस्वरूप.
697पारम्पर्य्यफलप्रदपरम्परागत फल की प्राप्ति कराने वाले.
698पद्मगर्भअपनी नाभि से कमल को प्रकट करने वाले विष्णुरूप.
699महागर्भविराट् ब्रह्माण्ड को गर्भ में धारण करने के कारण महान् गर्भवाले.
700विश्वगर्भसम्पूर्ण जगत् को अपने उदर में धारण करने वाले.

भक्तप्रिय शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

701विचक्षणचतुर.
702परावरज्ञकारण और कार्य के ज्ञाता.
703वरदअभीष्ट वर देने वाले.
704वरेण्यवरणीय अथवा श्रेष्ठ.
705महास्वनडमरू का गंभीर नाद करनेवाले.
706देवासुरगुरुर्देवदेवताओं तथा असुरों से गुरु.
707देवासुर नमस्कृतदेवताओं तथा असुरों से वन्दित.
708देवासुरमहामित्रदेवता तथा असुरों दोनों के बड़े मित्र
.
709देवासुरमहेश्वरदेवताओं और असुरों के महान् ईश्वर.
710देवासुरेश्वरदेवताओं और असुरों के शासक.
711दिव्यअलौकिक स्वरूपवाले.
712देवासुरमहाश्रयदेवताओं और असुरों के महान आश्रय.
713देवदेवमयदेवताओं के लिये भी देवतारूप.
714अचिन्त्यचित्त की सीमा से परे विद्यमान.
715देवदेवात्मसम्भवदेवाधिदेव ब्रह्माजी से रुद्ररूप में उत्पन्न.
716सद्योनिसत्पदार्थों की उत्पत्ति के हेतु.
717असुरव्याघ्रअसुरों का विनाश करने के लिये व्याघ्ररूप.
718देवसिंहदेवताओं में श्रेष्ठ.
719दिवाकरसूर्यरूप.
720विबुधाग्रचरश्रेष्ठदेवताओं के नायकों में सर्वश्रेष्ठ.
721सर्वदेवोत्तमोत्तमसम्पूर्ण श्रेष्ठ देवताओं के भी शिरोमणि.
722शिवज्ञानरतकल्याणमय शिवतत्त्व के विचार में तत्पर.
723श्रीमान्अणिमा आदि विभूतियों से सम्पन्न.
724शिखिश्रीपर्वतप्रियकुमार कार्तिकेय के निवासभूत श्रीशैल नामक पर्वत से प्रेम करने वाले.
725वज्रहस्तवज्रधरी इंद्ररूप.
726सिद्धखड्गशत्रुओं को मार गिराने में जिनकी तलवार कभी असफल नहीं होती.
727नरसिंहनिपातनशरभरूप से नृसिंह को धराशायी करने वाले.
728ब्रह्मचारीभगवती उमा के प्रेम की परीक्षा लेने के लिये ब्रह्मचारी रूप में
प्रकट होने वाले.
729लोकचारीसमस्त लोकों में विचरण करने वाले.
730धर्मचारीधर्म का आचरण करने वाले.
731धनाधिपधन के अधिपति कुबेर.
732नन्दीनन्दी नामक गण.
733नन्दीश्वरनन्दी के ईश्वर.
734अनन्तःअन्तरहित.
735नग्नव्रतधरदिगम्बर रहने का व्रत धारण करने वाले.
736शुचिनित्यशुद्ध.
737लिंगाध्यक्षलिंगदेह के द्रष्टा.
738सुराध्यक्षदेवताओं के अधिपति.
739योगाध्यक्षयोगेश्वर.
740युगावहयुग के निर्वाहक.
741स्वधर्माआत्मविचाररूप धर्म में स्थित अथवा स्वधर्मपरायण.
742स्वर्गतस्वर्गलोक में स्थित.
743स्वर्गस्वरस्वर्गलोक में जिनके यश का गान किया जाता है.
744स्वरमयस्वनसात प्रकार के स्वरों से युक्त ध्वनि वाले.
745बाणाध्यक्षबाणासुर के स्वामी अथवा बाणलिंग नर्मदेश्वर में अधिदेवतारूप से स्थित.
746बीजकर्ताबीज के उत्पादक.
747धर्मकृद्धर्मसम्भवधर्म के पालक और उत्पादक.
748दम्भमायामयरूपधारी.
749अलोभलोभरहित.
750अर्थविच्छम्भुसबके प्रयोजन को जाननेवाले कल्याणनिकेतन शिव.

विष्णुप्रिय शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

751सर्वभूतमहेश्वरसम्पूर्ण प्राणियों के परमेश्वर.
752श्मशाननिलयश्मशानवासी.
753त्र्यक्षत्रिनेत्रधारी.
754सेतुधर्म मर्यादा के पालक.
755अप्रतिमाकृतिअनुपम रूप वाले.
756लोकोत्तरस्फुटालोकअलौकिक एवं सुस्पष्ट प्रकाश से युक्त.
757त्र्यम्बकत्रिनेत्रधारी अथवा त्र्यम्बक नामक ज्योर्तिलिंग.
758नागभूषणनागहार का से विभूषित.
759अन्धकारिअन्धकासुर का वध करनेवाले..
760मखद्वेषीदक्ष के यज्ञ का विध्वंस करने वाले.
761विष्णुकंधरपातनयज्ञमय विष्णु का गला काटने वाले.
762हीनदोषदोषरहित.
763अक्षयगुणअविनाशी गुणों से सम्पन्न.
764दक्षारिदक्षद्रोही.
765पूषदन्तभित्पूषा देवता के दांत तोड़ने वाले.
766धूर्जटीजटा के भार से विभूषित.
767खण्डपरशुखण्डित परशुवाले.
768सकलो निष्कलसाकार एवं निराकार परमात्मा.
769अनघपापा के स्पर्श से शून्य.
770अकालकाल के प्रभाव से रहित.
771सकलाधारसब के आधार.
772पाण्डुराभश्वेत कान्तिवाले.
773मृडो नटसुखदायक एवं ताण्डवनृत्यकारी.
774पूर्णसर्वव्यापी परब्रह्म परमात्मा.
775पूरयिताभक्तों की अभिलाषा पूर्ण करनेवाले.
776पुण्यपरम पवित्र.
777सुकुमारजिनके सुन्दर कुमार हैं.
778सुलोचनसुन्दर नेत्रवाले.
779सामगेयप्रियसामगान के प्रेमी.
780अक्रूरक्रूरतारहित.
781पुण्यकीर्तिपवित्र कीर्तिवाले.
782अनामयरोगशोक से रहित.
783मनोजवमन के समन वेगशाली.
784तीर्थकरतीर्थों के निर्माता.
785जटिलजटाधारी.
786जीवितेश्वरसब के प्राणेश्वर.
787जीवितान्तकरप्रलयकाल में सबके जीवन का अन्त करने वाले.
788नित्यसनातन.
789वसुरेतासुवर्णमय वीर्यवाले.
790वसुप्रदधनदाता.
791सदगतिसत्पुरुषों के आश्रय.
792सत्कृतिशुभ कर्म करने वाले.
793सिद्धिसिद्धिस्वरूप.
794सज्जातिसत्पुरुषों के जन्मदाता.
795खलकण्टकदुष्टों के लिये कण्टकरूप.
796कलाधारकलाधारी.
797महाकालभूतमहाकाल नामक ज्योतिर्लिंगस्वरूप अथवा काल के भी काल होने से महाकाल.
798सत्यपरायणसत्यनिष्ठ.
799लोकलावण्यकर्तालोगों को सौन्दर्य प्रदान करने वाले.
800लोकोत्तर सुखालयलोकोत्तर सुख के आश्रय.

विश्वरक्षक शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

801चंद्रसंजीवन शास्तसोमनाथरूप से चन्द्रमा को जीवन प्रदान करनेवाले सर्वशासक शिव.
802लोकगूढ़समस्त संसार में अव्यक्तरूप से व्यापक.
803महाधिपमहेश्वर.
804लोकबंधुर्लोकनायसम्पूर्ण लोकों बघु व रक्षक.
805कृतज्ञउपकार को मानने वाले.
806कीर्तिभूषणउत्तम यश से विभूषित.
807अनपायोऽक्षरविनाशरहित अविनाशी.
808कान्तप्रजापति दक्ष का अन्त करने वाले.
809सर्वशस्त्रभृतां वरसम्पूर्ण शस्त्रधारियों में श्रेष्ठ.
810तेजोमयो द्युतिधरतेजस्वी और कान्तिमान्.
811लोकानामग्रणीसम्पूर्ण जगत् के लिये अग्रगण्य देवता अथवा जगत् को आगे बढ़ाने वाले.
812अणुअत्यंत सूक्ष्म.
813शुचिस्मितपवित्र मुस्कान वाले.
814प्रसन्नात्माहर्ष भरे हृदय वाले.
815दुर्जेयजिन पर विजय पाना अत्यन्त कठिन है.
816दुरतिक्रमदुर्लडघ्य.
817ज्योतिर्मयतेजोगय.
818जगन्नायविश्वनाथ.
819निराकारआकाररहित परमात्मा.
820जलेश्वरजल के स्वामी.
821तुम्बवीणतूंबी की वीणा बजाने वाले.
822महाकोपसंहार के समय क्रोध करने वाले.
823विशोकशोकरहित.
824शोकनाशनशोक का नाश करने वाले.
825त्रिलोकपतीनों लोकों का पालन करनेवाले.
826त्रिलोकेशत्रिभुवन के स्वामी.
827सर्वशुद्धिसबकी शुद्धि करने वाले.
828अधोक्षजइन्द्रियों और उनके विषयों से अतीत.
829अव्यक्तलक्षणो देवअव्यक्त लक्षणवाले देवता.
830व्यक्ताव्यक्तस्थूल सूक्ष्म रूप.
831विशाम्पत्तिप्रजाओं के पालक.
832वरशीलश्रेष्ठ स्वभाववाले.
833वरगुणउत्तम गुण वाले.
834सारसारतत्त्व.
835मानधनस्वाभिमान के धनी.
836मयसुखस्वरूप.
837ब्रह्मासृष्टिकर्ता ब्रह्मा.
838विष्णुः प्रज्ञापालप्रजापालक विष्णु.
839हंससूर्यस्वरूप.
840हंसगतिहंस के समान चालवाले.
841वयगरुड़ पक्षी.
842वेधा,विधाता धाताब्रह्मा, धाता और विधाता नामक देवतास्वरूप.
843स्रष्टासृष्टिकर्ता.
844हर्तासंहारकारी.
845चतुर्मखचार मुख वाले ब्रह्मा.
846कैलासशिखरावासीकैलास के शिखर पर निवास करने वाले.
847सर्वव्यापीसर्वावासी.
848सदागतिनिरन्तर गतिशील वायुदेवता.
849हिरण्यगर्भब्रह्मा.
850द्रुहिणब्रह्मा.

देवो के देव महादेव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

851भूतपालप्राणियों का पालन करने वाले.
852भूपतिपृथ्वी के स्वामी.
853सद्योगीश्रेष्ठ योगी.
854योगविद्योगीयोगविद्याओं के ज्ञाता योगी.
855वरदवर देने वाले.
856ब्राह्मणप्रियब्राह्मणों के प्रेमी.
857देवप्रियो देवनाथदेवताओं के प्रिय तथा रक्षक.
858देवज्ञदेवतत्त्व के ज्ञाता.
859देवचिन्तकदेवताओं का विचार करने वाले.
860विषमाक्षविषम नेत्रवाले.
861विशालाक्बड़े-बड़े नेत्र वाले.
862वृषदो वृषवर्धनधर्म का दान और वृद्धि करने वाले.
863निर्गमममतारहित.
864निरहंकारअहंकारशून्य.
865निर्मोहमोहशून्य.
866निरुपद्रवउपद्रव या उत्पात से दूर.
867दर्पहा दर्पददर्प का हनन और खण्डन करने वाले.
868दृप्तस्वाभिमानी.
869सर्वर्तुपरिवर्तकरामस्त ऋतुओं को बदलते रहने वाले.
870सहस्रजित्सहस्रों पर विजय पाने वाले.
871सहस्रार्चिसहस्रों किरणों से प्रकाशमान सूर्यरूप.
872स्निग्ध प्रकृतिदक्षिणस्नेहयुक्त स्वभाव वाले तथा उदार.
873भूतभव्यभवन्नाथभूत, भविष्य और वर्तमान के स्वामी.
874प्रभवसबकी उत्पत्ति के कारण.
875भूतिनाशनदुष्टों के ऐश्वर्य का नाश करने वालें.
876अर्थपरमपुरुषार्थरूप.
877अनर्थप्रयोजनरहित.
878महाकोशअनन्त धनराशी के स्वामी.
879परकार्येक पण्डितपराये कार्य को सिद्ध करने कला के एकमात्र विद्वान.
880निष्कण्टककण्टकरहित.
881कृतानन्दनित्यसिद्ध आनन्दस्वरूप.
882निर्व्याजो व्याजमर्दनस्वयं कपटरहित होकर दूसरे के कपट को नष्ट करने वाले.
883सत्त्ववान्सत्त्वगुण से युक्त.
884सात्त्विकसत्वनिष्ठ.
885सत्यकीर्तिसत्यकीर्तिवाले.
886स्नेहकृतागमजीवों के प्रति स्नेह के कारण विभिन्न आगमों को प्रकाश में लाने वाले.
887अकम्पितसुस्थिर.
888गुणग्राहीगुणों का आदर करने वाले.
889नैकात्मा नैककर्मकृत्अनेक रूप होकर अनेक प्रकार के कर्म करने वाले.
890सुप्रीतअत्यन्त प्रसन्न.
891सुमुखसुन्दर मुखवाले.
892सूक्ष्मस्थूलभाव से रहित.
893सुकरसुन्दर हाथ वाले.
894दक्षिणानिलमलयानिल के सामान सुखद.
895नन्दिरकन्धधरनन्दी की पीठ पर सवार होने वाले.
896धुर्यउत्तरदायित्व का भार वहन करने में समर्थ.
897प्रकटभक्तों के सामने प्रकट होने वाले अथवा ज्ञानियों के सामने नित्य प्रकट.
898प्रीतिवर्धनप्रेम बढ़ाने वाले.
899अपराजितकिसी से पराजित व होने वाले.
900सर्वसत्त्वसम्पूर्ण सत्त्वगुण के आश्रय अथवा समस्त प्राणियों की उत्पत्ति के हेतु.

चारों वेदों के ज्ञानी शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

901गोविन्दगोलोक की प्राप्ति कराने वाले.
902सत्त्ववाहनसत्त्वस्वरूप धर्ममय वृषभ से वाहन का काम लेने वाले.
903अधृतआधाररहित.
904स्वधृतअपने आप में ही स्थित.
905सिद्धनित्यसिद्ध.
906पूतमूर्तिपवित्र शरीवाले.
907यशोधनसुयश के धनी.
908वाराहश्रृंगधृक्छूंगीवाराह के दाढ़रुपी श्रृंगो को धारण करनेवाले.
909बलवानशक्तिशाली.
910एकनायकअद्वितीय नेता.
911श्रुतिप्रकाशवेदों को प्रकाशित करने वाले.
912श्रुतिमानवेदज्ञान से सम्पन्न.
913एकबन्धुसबके एकमात्र सहायक.
914अनेककृत्अनेक प्रकार के पदार्थों की सृष्टि करने वाले.
915श्रीवत्सलशिवारम्भश्रीवत्सधारी विष्णु के लिये मंगलकारी.
916शान्तभद्रशान्त एवं मंगलवरूप.
917समसर्वत्र समभाव रखने वाले.
918यशयशस्वरूप.
919भूशयपृथ्वी पर शयन करने वाले.
920भूषणसबको विभूषित करने वाले.
921भूतिकल्याणस्वरूप.
922भृतकृतप्राणियों की सृष्टि करने वाले.
923भूतभावनभूतों के उत्पादक.
924अकम्पकम्पित न होने वाले.
925भक्तिकायभक्तिस्वरूप.
926कालहाकालनाशक.
927नीललोहितनील और लोहितवर्णवाले.
928सत्यव्रत-महात्यागीसत्यव्रतधारी एवं महान् त्यागी.
929नित्यशान्तिपरायणनिरन्तर शान्त.
930परार्थवृत्तिर्वरदपरोपकारव्रती एवं अभीष्ट वरदाता.
931विरक्तवैराग्यवान.
932विशारदविज्ञानवान्.
933शुभदः शुभकर्ताशुभ देने और करने वाले.
934शुभनामा शुभः स्वयम्स्वयं शुभस्वरूप होने के कारण शुभ नामधारी.
935अनर्थितयाचनारहित.
936अगुणनिर्गुण.
937साक्षी अकर्ताद्रष्टा एवं कर्तृत्वरहित.
938कनकप्रभसुवर्ण के समान कान्तिमान
.
939स्वभावभद्रस्वभावतः कल्याणकारी.
940मध्यस्थउदासीन.
941शत्रुघ्नशत्रुनाशक.
942विघ्ननाशनविघ्नों का निवारण करने वाले.
943शिखण्डी कवची शूलीमोरपंख, कवच और त्रिशूल धारण करने वाले.
944जटी मुण्डी च कुण्डलीजटा, मुण्डमाला और कवच धारण करने वाले.
945अमृत्युमृत्युरहित.
946सर्वदृसिंहसर्वज्ञों में श्रेष्ठ.
947तेजोरार्शिमहामणितेज पुंज महामणि कौस्तुभादिरूप.
948असंख्येयोऽप्रमेयात्माअसंख्य नाम, रूप और गुणों से युक्त होने के कारण किसी के द्वारा मापे में जाने वाले.
949वीर्यवान् वीर्यकोविदपराक्रमी एवं पराक्रम के ज्ञाता
.
950वेद्यजानने योग्य.

शत्रु विनाशक शिव के नाम 1008 names of lord shiva in hindi

951वियोगात्मादीर्घकाल तक सती के वियोग में अथवा विशिष्ट योग की साधना में संलग्न हुए मन वाले.
952परावरमुनीश्वभूत और भविष्य के ज्ञाता मुनीश्वररूप.
953अनुत्तमो दुराधर्षसर्वोत्तम एवं दुर्जय.
954मधुरप्रियदर्शनजिनका दर्शन मनोहर एवं प्रिय लगता है.
955सुरेशदेवताओं के ईश्वर.
956शरणम्आश्रयदाता.
957सर्वसर्वस्वरूप.
958शब्दब्रह्म सतां गतिप्रणवरूप.
959कालपक्षकाल जिनका सहायक है.
960कालकालकाल के भी काल.
961कंकणीकृतवासुकिवासुकि नाग को अपने हाथ में कंगन के समान धारण करने वाले.
962महेष्वासमहाधनुर्धर.
963महीभर्तापृथ्वीपलक.
964निष्कलंककलंकशून्य.
965विश्रृंखलबन्धनरहित.
966धुमणिस्तरणिआकाश में मणि के समान प्रकाशमान तथा भक्तों को भवसागर से तारने के लिये नौकारूप सूर्य.
967धन्यकृतकृत्य.
968सिद्धिदः सिद्धिसाधनसिद्धिदाता और सिद्धि के साधन.
969विश्वतः संवृतसब ओर से माया द्वारा आवृत.
970स्तुत्यस्तुति के योग्य.
971व्यूढोरस्कचौड़ी छाती वाले.
972महाभुजबड़ी भुजाओं वाले.
973सर्वयोनिसबकी उत्पत्ति के स्थान.
974निरातंकनिर्भय.
975नरनारायणप्रियनर नारायण के प्रेमी अथवा प्रियतम्.
976निर्लेपो निष्प्रपंचात्मादोष सम्पर्क से रहित तथा जगत्प्रपंच से अतीत स्वरूपवाले.
977निर्व्यंगविशिष्ट अंगवाले प्राणियों के प्राकट्य में हेतु.
978व्यंगनाशनयज्ञादि कर्मों में होने वाले अंग वैगुण्य का नाश करने वाले.
979स्तव्यस्तुति के योग्य.
980स्तवप्रियस्तुति के प्रेमी.
981स्तोतास्तुति करनेवाले.
982व्यासमूर्तिव्यासस्वरूप.
983निरंकुशअंकुशरहित स्वतंत्र.
984निरवद्यमयोपायमोक्ष प्राप्ति के निर्दोष उपायरूप.
985विद्याराशिविद्याओं के

सागर.
986रराप्रियब्रह्मानन्द रस के प्रेमी.
987प्रशान्तबुद्धिशान्त बुद्धिवाले.
988अक्षुण्णक्षोभ या नाश से रहित.
989संग्रहीभक्तों का संग्रह करने वाले.
990नित्यसुन्दरसतत

मनोहर.
991वैयाघ्रधुर्यव्याघ्रचर्मधारी(बाघ की खाल पहने वाले.).
992धात्रीशब्रह्माजी के स्वामी.
993शाकल्यशाकल्य ऋषिरूप.
994शर्वरीपतिरात्रि के स्वामी चन्द्रमारूप.
995परमार्थगुरुर्दत्तः सूरिपरमार्थ तत्त्व का उपदेश देने वाले ज्ञानी गुरु दत्तात्रेयरूप.
996आश्रितवत्सलशरणागतों पर दया करने वाले.
997सोमउमासहित.
998रसज्ञभक्तिरस के ज्ञाता.
999रसदप्रेम रस प्रदान.
1000सर्वसत्त्वावलम्बनसमस्त प्राणियों को सहारा देने वाले.
1001अन्तर्हितात्माअन्तर्यामी आत्मा.
1002दक्षिणानिलमलयानिल के सामान सुखद.
1003वाराहश्रृंगधृक्छूंगीवाराह के दाढ़रुपी श्रृंगो को धारण करनेवाले.
1004सर्वशस्त्रभृतां वरसम्पूर्ण शस्त्रधारियों में श्रेष्ठ.
1005परावरज्ञकारण और कार्य के ज्ञाता.
1006नभोगतिआकाशचारी.
1007वर्णीब्रह्मचारी.
1008आम्नायवेदरवरूप.

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4 thoughts on “भगवान शिव के अर्थसहित 1008 नाम. 1008 names of lord shiva in hindi

  1. आपका धन्यवाद किन शब्दों में करू कह नही सकता
    आपने अपना बहुत महत्वपूर्ण समय सनातन धर्म संस्कृति के रक्षण के लिय निकाला
    बहुत ही सुन्दर तरीके से सम्पूर्ण जानकारी दी
    श्लोक के माध्यम से देते तो और भी आनन्द प्राप्त होता
    मगर पढ़कर आनन्द की प्राप्ति हुई
    🥰🥰🥰🥰🥰🥰

    1. आनन्दजी भगवान शिव के कुछ श्लोक भी मै जल्दी प्रकशित करूँगा.सनातन धर्म संस्कृति भारत की आत्मा है. इसका प्रचार और विकास होना ही चाहिए.
      ||ॐ नम शिवाय जय शिव भोले भंडारी||.

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