आदित्य हृदय स्तोत्र का उल्लेख वाल्मीकि रामायण में युद्धकाण्ड के 105वें सर्ग में आता है. यह स्तोत्र अगस्त्य ऋषि जी ने. श्री राम जी को
Category: भक्तिसागर
नमामीशमीशान निर्वाण रूपं Namami shamishan nirvan roopam lyrics : यह रुद्राष्टकम भगवान शिव की भक्ति में समर्पित है. इसकी रचना श्री गोस्वामी तुलसीदास जी ने
इस लेख में क्षमा प्रार्थना हिंदी अर्थ सहित दी हुई है. इसका पाठ अपनी नित्य पूजा होने के बाद जरूर कीजिए. यह भी पढ़ें – श्री
भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है. क्योंकि वह अपने भक्तों से अतिशीघ्र प्रसन्न हो जाते है. उनके चरणों में की गई प्रार्थना कभी
विश्वकर्मा देवता इस ब्रह्मांड में वास्तुकला, औजार, शिल्पकला, मूर्तिकला एवं वाहनों समेत समस्त वस्तुओं के अधिष्ठात्रा है. सनातन धर्म में विश्वकर्मा को निर्माण एवं सृजन
नमो-नमो जय श्री हरिवंश । रसिक अनन्य वेणुकुल मंडन लीला मानसरोवर हंस ।। नमो जयति श्रीवृंदावन सहज माधुरी रास विलास प्रसंस । आगम निगम अगोचर

नमस्कार मित्रों चंद्रमा की आराधना से इंसान के मन को शांति मिलने के साथ वह बलवान बनता है. इसके अलावा उसके जीवन में सुख व

नमस्कार देवी तुलसी जी की आराधना का महत्व अनन्य साधारण होता है. तुलसी जी के महिमा का बखान हिंदू पुराणों में भी बताया गया है.

Rahu 108 names : आज हम राहू के 108 नाम देखने वाले है. इस लेख के अंत में राहु की उत्पत्ति कथा भी दी गई

नमस्कार, सनातन धर्म की पवित्र मान्यता के अनुसार. गंगा जी में स्नान करने से मनुष्यों के सारे पाप धुल जाते है. और उसे जीवन मरन